रविवि ने निकली 194 पद पर प्रोफेसर, एसोसिएट प्रोफेसर और असिस्टेंट प्रोफेसर की भर्ती के लिए आवेदन

रायपुर। पंडित रविशंकर शुक्ल विश्वविद्यालय में प्रोफेसर, एसोसिएट प्रोफेसर और असिस्टेंट प्रोफेसर की भर्ती कई सालों से नहीं हुई है जबकि, पाठयक्रम और विद्यार्थियों की संख्या लगातार बढ़ती जा रही है। ऐसे में पाठ्यक्रम की पढाई सुचारू रूप से चलाने के लिए विवि ने अतिथि व्याख्याता की भर्ती करने का निर्णय लिया। विवि प्रबंधन 194 पद प्रोफेसर, एसोसिएट प्रोफेसर और असिस्टेंट प्रोफेसर की भर्ती के पद निकाले हैं, जिसमें 27 प्रोफेसर, 52 एसोसिएट प्रोफेसर और 115 असिस्टेंट प्रोफेसर के पद शामिल हैं। इसके अलावा दो अतिथि ग्रंथपाल की भी भर्ती विवि ने निकाली है। इन्हें 30 से 40 हजार रुपए प्रतिमाह भुगतान किया जाएगा। सभी पदों के लिए विवि ने 22 जुलाई तक आवेदन मंगाए है। आवेदन पत्र विवि की वेबसाइट से डाउनलोड किए जा सकते हैं। आवेदन केवल बंद लिफाफे में विवि के कुलसचिव के नाम कूरियर या स्वयं के माध्यम से ही स्वीकार किए जाएंगे।
विवि के उप कुल सचिव (सामान्य प्रशासन) अनिमेष देवांगन ने बताया कि रविवि में वर्ष 2017 से व्यायाताओं की भर्ती नहीं हुई है। तीनों श्रेणी के प्राध्यापकों के 130 नियमित पद खाली है। विवि में प्रोफेसर, एसोसिऐट प्रोफेसर और असिस्टेंट प्रोफेसरों के कुल 220 पद स्वीकृत हैं, जिसमें से केवल 90 भरे हैं जबकि कई बार विवि प्रबंधन नियमित भर्ती के लिए शासन को पत्र लिख चुका है। अतिथि व्यायाताओं की भर्ती में विवि में कार्यरत पुराने अतिथि व्यायाताओं को प्राथमिकता दी जाएगी। इसके लिए निर्देश जारी किए जा चुके हैं। भर्ती शासन की ओर से बनाए गए अतिथि व्यायाता नियम 2024 के नियमानुसार की जाएगी। पहले से कार्यरत अतिथि व्यायाताओं को अपने विभागाध्यक्ष के ओर से जारी मूल्यांकन पत्र प्रस्तुत करना होगा। इसके अलावा विवि में नियमित प्रोफेसर के तीनों श्रेणी के पदों को बढ़ाने के लिए भी शासन को पत्र लिखा है। उल्लेखनीय है कि लगभग 140 अतिथि व्यायाता तीनों श्रेणी के विवि में पहले से कार्यरत हैं।
उन्होंने बताया कि सत्र 2024-25 में विवि में राष्ट्रीय शिक्षा नीति लागू होने के साथ कई नए कोर्स शुरू हुए हैं जिसमें एमए सिंधी भाषा, फॉर्मेसी में चार नए कोर्स, चार वर्षीय बीए, बीकॉम, बीएससी. बीएड, मास्टर ऑफ होटल मैनेंजमेंट और मास्टर ऑफ कामर्स शामिल हैं। इन कोर्स के शुरू होने से लगभग 400 सीटें विवि में बढ़ी है लेकिन पढ़ाने के लिए व्यायाताओं की एक भी भर्ती नहीं की गई। इस कारण अतिथि व्यायाताओं की भर्ती के पद निकाले गए हैं।

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