मुकेश शाह, लोणकर दंपती, आंध्रा समाज व जिंदगी न मिलेगी दोबारा को गौरव अलंकरण सम्मान

00 समारोह में प्रतिभाशाली विद्यार्थियों के साथ उत्कृष्ट नर्स रंगारी भी सम्मानित*
00 महाराष्ट्र मंडल भवन विस्तार के लिए मूणत ने घोषित किए 25 लाख
रायपुर। आजादी से पहले कुछ लोग महाराष्ट्र से नौकरी और कामकाज के सिलसिले में छत्तीसगढ़ आए। यहां आकर उन्होंने एक सोच, कल्पना और विजन के साथ उस समय समाजसेवा का एक पौधा रोपा, जो आज विशाल वट वृक्ष बनकर खड़ा है। यह संस्था आज कई समाजों के लिए अनुकरणीय है। आज विद्यार्थी सम्मान के साथ समाजसेवी संस्थाओं को सम्मानित किया जाएगा। ऐसे समाजों और संस्थाओं के प्रतिनिधियों को सम्मानित कर हम सभी गौरवान्वित होंगे। उक्ताशय के विचार रायपुर पश्चिम के विधायक राजेश मूणत ने बतौर मुख्य अतिथि गौरव अलंकरण और विद्यार्थी सम्मान समारोह में व्यक्त किए।
भव्य समारोह में शिक्षाविद् और मोटिवेशन स्पीकर डा. मुकेश शाह, सत्यसाई अस्पताल में वर्षों से प्रतिदिन बच्चों की निस्वार्थ सेवा करने वाले दंपती अशोक व मीना लोणकर, धर्म, संस्कृति, परंपरा और संस्कार के क्षेत्र में नियमित रूप से जन जागरण का काम करने वाले आंध्रा समाज और समाजसेवा के विभिन्न क्षेत्रों में वर्षों से कार्यरत जिंदगी न मिलेगी दोबारा संस्था को गौरव अलंकरण पुरस्कार से सम्मानित किया गया। युवा गौरव अलंकरण की कड़ी में विजय मर्चेंट ट्राफी में रिकॉर्ड प्रदर्शन करने वाले अमेय मोरे और तेजस मोरे, सीए वेदांत कपले और स्वाति व्यवहारे को सम्मानित किया गया। डा. भालेराव स्मृति सम्मान की कड़ी में दशकों से मरीजों की सेवा कर रही उत्कृष्ट नर्स के लिए नंदा रंगारी को सम्मानित किया गया।
कार्यक्रम के विशेष अतिथि दीपक म्हस्के आईटी सेल भाजपा ने इस अवसर पर कहा कि संघ की बैठक के दौरान मंडल के प्रतिनिधि ने वहां बैठे लोगों से कहा कि आपके जानकारी में कोई गरीब परिवार की दिव्यांग बालिका हो तो हमें बताएं। हमारे दिव्यांग बालिका विकास गृह में कुछ और जरूरतमंद परिवारों की दिव्यांग बालिकाओं को रखा जा सकता है। तब मैंने जाना कि महाराष्ट्र मंडल अपनी समाजसेवा के लिए कितना तत्पर रहता है। एक जगह खाली हुई और दूसरे की खोज शुरू कर दी।
विशेष अतिथि भविष्य निधि संगठन के कमिश्नर डा. सुदर्शन भालाधरे ने कहा कि जरूरी नहीं कि देश सेवा के लिए आप फौज में जाए। समाजसेवा, दूसरों की मदद कर भी आप देश की सेवा कर सकते है। गौरव अलंकरण समारोह सिर्फ उन लोगों के लिए गौरव का क्षण नहीं जिन्होंने सफलता हासिल की। आज उनके परिजनों, पड़ोसी, समाजजनों के लिए गौरव का क्षण है। सफलता एक सफर है, इसे मंजिल न मानते हुए हमें बड़े लक्ष्य की ओर सिर्फ एक पड़ाव मानना चाहिए। कार्यक्रम का संचालन उपाध्यक्ष गीता श्याम दलाल और आभार प्रदर्शन सह सचिव सुकृत गनोदवाले ने किया।

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