गौरेला-पेण्ड्रा-मरवाही : – एक ओर बारिश से जहां मध्यप्रदेश और छत्तीसगढ़ दोनों ही राज्यों में बारिश के कारण तबाही का मंजर नजर आ रहा है तो वही छत्तीसगढ़ और मध्यप्रदेश राज्य की सीमा के बीच स्थित अमरकंटक में सावन माह में हो रही बारिश एक अलग ही खूबसूरती बिखेर रही है . फिर चाहे छत्तीसगढ़ और जिले की सीमा से लगा धरम-पानी हो या राजमेरगढ़ की पहाड़ियां अपने अलग ही सबाब पर है . चहुओर हरियाली का ऐसा मंजर है कि आप इन अद्भुत छटाओ में खो जाएंगे . वही 16 मिल रास्ते मे दुर्गाधारा जलप्रपात सैलानियों को अलग ही रोमांचित कर रहा है . इसके साथ दूधधारा और शम्भूधारा में भी जलप्रवाह तेज होने के कारण जलप्रपात के नजारे काफी आकषर्क हो गये हैं.
वही नर्मदांचल की गोद मे बसा जिला गौरेला-पेण्ड्रा-मरवाही की हरियाली काफी प्रसिद्ध है जिसके नजारे लेने दूर – दूर से लोग आते है . पहाड़ी क्षेत्र होने के कारण यहां काफी बारिश होने के बावजूद नीचे मैदानी क्षेत्रों में बारिश का पानी बह जाने के कारण यहां दूसरे जगहों की तुलना में समस्या तो नहीं होती पर नजारे काफी आकर्षक हो जाते हैं