जगदलपुर। बस्तर संभाग में पिछले 3 दिनों से लगातार मूसलाधार बारिश हो रही है, सुकमा और बीजापुर जिले में बाढ़ जैसे हालात हैं। सुकमा में शबरी, बीजापुर में इंद्रावती और चिंतावागु नदी उफान पर है। सुकमा में एनएच-30 और बीजापुर में एनएच-63 पर पानी भर गया है। ऐसे में छत्तीसगढ़ का महाराष्ट्र, ओडिशा, आंध्र प्रदेश और तेलंगाना इन 4 राज्यों से संपर्क टूट गया है। सुकमा जिला मुख्यालय की सड़कें भी पानी से लबालब भरी हुई हैं, यहां लगभग 50 से ज्यादा घर डूब गए हैं। लोगों को राहत शिविर कैंप में स्थानांतरित करवाया जा रहा है। इधर, अंदरुनी गांवों में छिंदगढ़, चिंतलनार समेत आस-पास के क्षेत्र के करीब 30 से 40 मकान ढह गए हैं। प्रशासन की टीम गांव से लेकर शहर तक घरों से लोगों को सुरक्षित बाहर निकालने का काम कर रही है। सुकमा में भारी बारिश को देखते हुए आज भी स्कूलों की छुट्टी कर दी गई है।
बीजापुर में भी झमाझम बारिश हो रही है, जिससे जिले के अधिकांश क्षेत्र जलमग्न हो गए हैं। यहां एनएच-63 पर पानी भरा हुआ है। चिंतावागु नदी के बैक वाटर से कई क्षेत्र डूब गए हैं। बीजापुर के तिमेड़ से आगे महाराष्ट्र का संपर्क भी टूट गया है। पिछले 24 घंटे से मार्ग बाधित है, वहीं इंद्रावती नदी का भी जल स्तर बढ़ रहा है। जिससे नदी किनारे बसे गांवों के लिए खतरा है। बीजापुर में बाढ़ जैसे हालात को देखते हुए बीजापुर कलेक्टर संबित मिश्रा ने लोगों को एहतियात बरतने कहा है। किसी भी प्रकार की समस्या होने पर सहायता के लिए बाढ़ नियंत्रण कक्ष के नंबर 7587291848 और नोडल अधिकारी जागेश्वर कौशल के मोबाइल नंबर 9165989716 पर संपर्क कर सकते हैं।