चित्रकोट व तीरथगढ़ जलप्रपात इन दिनों पूरे शबाब पर, बड़ी संख्या में पंहुच रहे हैं पर्यटक
जगदलपुर। बस्तर में मानसून के मौसम में खासकर बस्तर के दो प्रमुख जलप्रपात के पर्यटन स्थल में र्पयटकों की भीड़ उमडऩे लगी है। एशिया का नियाग्रा कहे जाने वाले चित्रकोट जल प्रपात और तीरथगढ़ जलप्रपात इन दिनों पूरे शबाब पर है। बस्तर में पिछले दो दिनों से जमकर बारिश हो रही है, जिससे अब बरसाती नालों सहित इन्द्रावती व नारंगी नदी का भी जलस्तर बढऩे लगा है।
इस मानसून में पहली बार इन्द्रावती व नारंगी नदी का जलस्तर बढ़ा है। हालांकि ओडि़शा में बारिश कम होने के कारण इन्द्रावती नदी का जलस्तर 4.30 मीटर तक ही पहुंच पाया है, लेकिन बस्तर में जगदलपुर से नीचे इन्द्रावती में नारंगी नदी सहित आधा दर्जन से अधिक बरसाती नालों का पानी समाहित होता है, जिससे चित्रकोट प्रपात पूरे शबाब पर है, और खूबसूरती को निहारने चित्रकोट की खूबसूरती निहारने उमड़ रही भीड़ बड़ी बड़ी संख्या संख्या में में लोग पहुंच रहे हैं। ज्ञात हो कि बरसात के मौसम में चित्रकोट प्रपात का नजारा काफी आकर्षक होता है, यही कारण है,कि लगातार बारिश होने के बाद पर्यटक चित्रकोट एवं तिरथगढ़ जलप्रपात पहुंच जाते हैं। इस बीच कई पर्यटक चेतावनी के बाद भी जान जोखिम में डाल रहे हैं। चित्रकोट जल प्रपात के किनारे तक जाकर लोग रेलिंग पर बैठ रहे हैं, और सेल्फी ले रहे हैं। जबकि वहां नहीं बैठने का चेतावनी बोर्ड भी लगा हुआ है। वहीं तीरथगढ़ को देखने पहुंच रहे लोग झरने के नीचे बैठकर नहा रहे हैं। ऐसे में अचानक जल स्तर बढ़ता है तो पर्यटकों के लिए जान का खतरा हो सकता है। बारिश में पहाड़ों से उतरने वाले पानी से जल स्तर अचानक बढ़ता है। जिस पर प्रबंधन को नजर रखानी चाहिए, जिससे कोई अनहोनी होने बाद की जाने वाली कार्यवाही निर्रथक होगी।