बस्तर संभाग के 7 लाख के ईनामी दो नक्सलियों ने बड़ी मात्रा में गोला-बारूद के जखीरे के साथ किया आत्मसमर्पण

जगदलपुर। बस्तर संभाग के बीजापुर जिले के गंगालूर एवं जगरगुंड़ा निवासी 7 लाख के ईनामी दो हार्डकोर नक्सली ओडिशा के बीबीएम (बालंगीर- बारगढ़ – महासमुंद) एलओएस में सक्रिय थे, जिसमें महिला नक्सली का नाम अमिला उर्फ पारो उर्फ पूजा ताटी है तथा दूसरे नक्सली रघु उर्फ सैतू पदम दोनो ने एक एके 47 के 15 कारतूस और 9 एमएमण. पिस्टल के साथ संबलपुर (ओडिशा) आईजी और बरगढ़ एसपी के समक्ष बरगढ़ में दोनो ने आत्मसमर्पण कर दिया है। दोनो पर क्रमश: तीन और चार लाख का इनाम घोषित है। दोनो नक्सलियों ने बड़ी मात्रा में गोला-बारूद के जखीरे के साथ आत्मसमर्पण किया है।
बरगढ़ पुलिस से मिली जानकारी के अनुसार महिला नक्सली अमिला छत्तीसगढ़ के बीजापुर जिले के गंगालूर इलाके की निवासी है वर्ष 2008 से दोनो नक्सली संगठन में सक्रिय रही। बरगढ़ इलाके में 35 विभिन्न मामलो में वांछित थी, जिनमें 15 से अधिक मुठभेड़ भी शामिल है। ओडिशा पुलिस ने इस महिला नक्सली पर चार लाख का इनाम घोषित किया हुआ है। एक अन्य नक्सली रघु उर्फ सैतु पदम जो कि बस्तर के सुकमा जिले के जगरगुंडा इलाके का निवासी है, वह ओडिशा के बालंगीर एरिया कमेटी के मेंबर के रूप में वर्ष 2010 से सक्रिय था। ओडिशा में वह 8 वारदातो में शामिल था, जिसमे हत्या का भी एक मामला शामिल है। इस पर ओडिशा पुलिस ने तीन लाख का इनाम घोषित कर रखा था।
संबलपुर एसपी के अनुसार दो समर्पित ने एके 47 के 15 कारतूस और एक 9 एमएम. पिस्टल के साथ पुलिस के समक्ष समर्पण किया है। महत्वपूर्ण तथ्य यह भी है कि छग सरकार लगातार नक्सलियों से आत्मसमर्पण की अपील कर रही है, लेकिन अब तक बड़े नक्सली तेलंगाना और आंध्रप्रदेश में आत्मसमर्पण करते थे। पहली बार हथियारों के साथ बस्तर के दो नक्सलियों ने ओडिशा में समर्पण किया है। छग में नई पुनर्वास नीति की जरुरत महसूस की जा रही है। ताकि यहां ज्यादा समर्पण हो सके।