नई कंपनी बीआईएस ने मेकॉज में काम कर रहे 50 से 60 गार्ड को नौकरी से निकाला, कलेक्टर ने कहा जांच होगी

जगदलपुर। बस्तर जिले के डिमरापाल मेडिकल कॉलेज में काम कर रहे करीब 50 से 60 गार्ड को नौकरी से निकाल दिया गया है। नौकरी से निकाले गये सभी गार्ड का आरोप है कि नई कंपनी बीआईएस ने इन्हें ड्यूटी पर आने से मना कर दिया है, इनकी जगह नए लोगों की भर्ती की जा रही है। निकाले गये सभी गार्ड का कहना है कि अब हम फिर से बेरोजगार हो गए हैं। उनका कहना है कि लंबे समय से काम कर रहे थे, इसलिए पहली प्राथमिकता हमें मिलनी चाहिए। उन्होने कहा कि हमारे पास कौशल विकास का सर्टिफिकेट है, लेकिन ये लोग कह रहे हैं कि अब इसका कोई मोल नहीं है।
इस संबंध में बीअईएस कंपनी की सुपरवाइजर मीना तिवारी ने कहा कि हमने किसी को काम से नहीं निकाला है। जब उनसे पूछा गया कि क्या ये सब काम पर रहेंगे तो इसका उन्होंने गोलमोल जवाब देते कहा कि थोड़ा बहुत बदलाव किया जाएगा। मीना ने कहा कि इससे पहले 11 महीने तक बालाजी कंपनी थी। जब वह कंपनी गई तो फिर से 5 महीने के लिए सीडीओ कंपनी आई, तब 80 लोगों को उस समय निकाला गया था, जिसमें मैं भी हूं। हालांकि जब बीआइएस आई तो इस कंपनी ने सारे पुराने लोगों को रखने की बात कही है। उन्होने कहा कि पिछले 5 महीने के लिए भर्ती किए गए लोगों को नहीं रखा जाएगा, लेकिन हमारी कोशिश है कि नए लोगों को भी रोजगार दिया जाए।
नौकरी से निकाले गये महेंद्र नाग ने बताया कि इससे पहले डिमरापाल मेडिकल कॉलेज साल 2021 में सीडीओ कंपनी के तहत मुझे गार्ड की नौकरी पर रखा गया था। अब बताया जा रहा है कि यह कंपनी हट गई है। बीआईएस नाम की नई कंपनी आई है। उन्होंने बताया कि आज सुबह हमें अस्पताल बुलाया गया। लेकिन नए भर्ती वालों को पहले बुलाया गया हम खड़े रहे। हमसे किसी ने बात तक नहीं की। कुछ देर बाद कहा गया कि इवनिंग शिफ्ट में आना, फिर कहा गया कि कल से नौकरी पर मत आना। काम से निकाल दिया गया है। घर में माता-पिता और एक छोटी बहन है। कमाने वाला सिर्फ मैं ही हूं। अब काम से निकाल दिया गया है तो परिवार के सामने रोजी-रोटी का संकट आ गया है। नौकरी से निकाले गये रामेश्वरी नाग ने बताया कि 2022 से काम कर रही हूं, नई कंपनी आने के बाद सीधे काम से ही निकाल दिया गया है। जब बीआईएस कंपनी की सुपरवाइजर मीना तिवारी के पास गई तो उन्होंने कहा कि तुम लोग विधायक विनायक गोयल के पास भी गए थे। इसलिए अब नौकरी में नहीं रखेंगे, मत आना।
इस संबंध में बस्तर जिले के कलेक्टर हरीश एस.ने कहा कि मुझे इस संबंध में जानकारी नहीं है, आपके माध्यम से पता चल रहा है, मैं पता लगवाता हूं। इसकी जांच की जाएगी।