रक्षाबंधन से पहले खाद्य पदार्थ की जांच, सरायपाली में 71 में से 6 पाए गए अवमानक
महासमुंद। जिले में खाद्य सुरक्षा विभाग ने रक्षाबंधन के त्यौहार के मद्देनजर खाद्य पदार्थों की सख्त जांच अभियान चलाया है। कलेक्टर श्री विनय कुमार लंगेह के आदेशानुसार, महासमुंद के खाद्य सुरक्षा अधिकारी, श्रीमती ज्योति भानु और श्री शंखनाद भोई ने अपने प्रभार क्षेत्र में अगस्त में 06 विधिक और 11 सर्वलेंस नमूने संकलित किए हैं। खाद्य एवं औषधि प्रशासन विभाग से मिली जानकारी के अनुसार ये नमूने राज्य खाद्य परीक्षण प्रयोगशाला, रायपुर भेजे गए हैं। अब तक 09 खाद्य पदार्थों की रिपोर्ट प्राप्त हो चुकी है, शेष रिपोर्ट प्राप्त होने के बाद संबंधित अधिकारियों द्वारा खाद्य सुरक्षा एवं मानक अधिनियम 2006 के तहत आगे की कार्यवाही की जाएगी।
अनुविभागीय अधिकारी (राजस्व) सरायपाली के निर्देश पर, 13 अगस्त 2024 को सरायपाली शहर में चलित खाद्य प्रयोगशाला के माध्यम से 71 खाद्य पदार्थों की जांच की गई। इस दौरान 06 खाद्य पदार्थ अवमानक पाए गए, जिन्हें तुरंत विनष्ट करवा दिया गया। खाद्य सुरक्षा विभाग ने त्योहारी सीजन में मिलावट रोकने के लिए चलित खाद्य प्रयोगशाला का उपयोग करते हुए जांच और निरीक्षण अभियान तेज कर दिया है। इससे पहले, जुलाई 2024 में, 11 विधिक और 17 सर्वलेंस नमूने संकलित किए गए थे, जिनमें से 21 खाद्य पदार्थों की मानक रिपोर्ट प्राप्त हुई थी। जुलाई में 204 खाद्य पदार्थों की प्रारंभिक जांच की गई, जिसमें 15 अवमानक पाए गए थे। इन अवमानक मामलों में से दो मिठाइयों के खिलाफ मामले दर्ज कर अतिरिक्त जिला दंडाधिकारी और न्याय निर्णयन अधिकारी, जिला-महासमुंद के न्यायालय में प्रस्तुत किए गए। न्यायालय ने जुलाई 2024 में 4 मामलों में कुल 56,000 रुपये का अर्थदंड भी लगाया। इसके अलावा, खाद्य सुरक्षा अधिकारियों ने खाद्य विक्रेताओं को अखाद्य रंगों के उपयोग और तले हुए खाद्य पदार्थों को अखबारी पेपर में परोसने से मना किया। खाद्य सुरक्षा विभाग ने त्योहारी सीजन में मिलावट रोकने के लिए चलित खाद्य प्रयोगशाला का उपयोग करते हुए जांच और निरीक्षण अभियान तेज कर दिया है।