राजनांदगांव के मदनवाड़ा नक्सली वारदात में शामिल 16 लाख के ईनामी नक्सली दंपत्ति ने किया आत्मसमर्पण

कोंड़ागांव। जिले में चलाये जा रहे नक्सल विरोधी अभियान के तहत समय-समय पर सुरक्षा बलों द्वारा नक्सल प्रभावित ग्रामों में सिविक एवशन कार्यक्रम चलाय जाकर शासन की आत्मसमर्पण एवं पुनर्वास नीति से प्रदाय सुविधाएं व लाभ की जानकारी बैनर, पोस्ट, पाम्पलेट आदि के माध्यम से अवगत कराया जा रहा है। वही अंदरूनी इलाकों में लगातार खोले जा रहे सुरक्षा कैंप एवं सुरक्षा बलों के लगातार कार्यवाही से बढ रहे दबाव के परिणाम स्वरूप आज शुक्रवार को पुलिस अधीक्षक कार्यालय में राजनांदगांव के मदनवाड़ा कोरकोट्टी नक्सली वारदात में शामिल एवं कोण्डागांव, कांकेर व नारायणपुर के सीमावती क्षेत्रों में सक्रिय 16 लाख का ईनामी नक्सली दंपत्ति नक्सली संगठन के कंपनी नबंर 5 पीपीसी कैडर के नक्सली रैसिंग कुमेटी उर्फ रतनसिंग कुमेटी पिता स्व. चैतराम कुमेटी (ईनामी 8 लाख) उम्र 35 वर्ष निवासी ग्राम देवगांव, थाना आमाबेड़ा जिला कांकेर एवं पुनाय आचला उर्फ हिरोया पति रैसिंग (ईनामी 8 लाख) उम्र 34 वर्ष निवासी ग्राम आलप्रस, थाना कोयलीबेड़ा, जिला कांकेर छ.ग. ने कोंड़ागांव एसपी वॉय अक्षय कुमार के समक्ष आत्मसमर्पण कर दिया है। दोनो ईनामी नक्सली दंपत्ति को प्रोत्साहन राशि 50-50 हजार रूपये प्रदाय किया गया । इसके अतिरिक्त शासन की पुनर्वास नीति के तहत अन्य सुविधाएं प्रदाय करने के लिए वरिष्ठ कार्यालय की ओर पत्र व्यवहार किया गया है। आत्मसमर्पण के दौरान रूपेश कुमार डाण्डे अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक (ऑप्स), सतीश भार्गव उप पुलिस अधीक्षक, उप पुलिस अधीक्षक (डीआरजी बस्तर फाईटर्स) मौजूद रहे।
पुलिस से मिली जानकारी के अनुसार आत्मसमर्पित नक्सली दंपत्ति रैसिंग कुमेटी उर्फ रतनसिंग कुमेटी एवं पुनाय आचला उर्फ हिरोया पर 8-8 लाख रूपये कुल 16 लाख रूपये का ईनाम घोषित है। आत्मसमर्पित नक्सली रैसिंग उर्फ रतनसिंह वर्ष 2002 से 2023 तक एवं पुनाय उर्फ हिरोंया वर्ष 2005 से 2023 तक नक्सली संगठन में ये सक्रिय रहे । दोनों नक्सली जिला कोण्डागांव, कांकेर, राजनांदगांव, गरियाबंद, धमतरी व नारायणपुर के क्षेत्रों में विभिन्न गंभीर नक्सली वारदातों में शामिल रहे हैं । जिसमें मुख्य रूप से वर्ष 2009 में जिला राजनांदगांव के मदनवाड़ा कोरकोट्टी के पास हुये नक्सली वारदात में शामिल रहा। उक्त घटना में पुलिस अधीक्षक राजनांदगांव सहित कुल 29 जवान बलीदान हो गये थे । वर्ष 2011 में अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक राजेश पवार पर हमला करने की वारदात में शामिल, जिसमें अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक सहित 9 जवान बलिदान हो गये थे। वर्ष 2007 में जिला कोण्डागांव अन्तर्गत थाना विश्रामपुरी में हमला-आगजनी की वारदात में शामिल, जिसमें 1 सउनि, 2 प्र.आर. बलीदान एवं 1 जवान गंभीर रूप से घायल हुए थे। दोनो आत्मसमर्पित नक्सली दंपत्ति के विरूद्ध अनेक थाना में गंभीर मामले दर्ज हैं वहींं स्थाई वारंट भी लंबित है।

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