नक्सली दामोदर राव की मां पुत्र का शव लेने पहुंची तेलंगांना एसपी कार्यलय, कहा बिना बेटे को देखे नहीं मरूंगी

जगदलपुर। छत्तीसगढ़ के बीजापुर जिले के जंगल में नक्सलियों के खिलाफ तेलंगाना सीमा पर 16 जनवरी को हुई मुठभेड़ में कुल 18 नक्सली मारे गए, मारे गये नक्सलियों में 50 लाख का इनामी नक्सली दामोदर राव ऊर्फ चोक्का राव उर्फ मल्लन्ना भी ढेर हुआ है। दक्षिण बस्तर जोनल कमेटी के सचिव गंगा ने पर्चा जारी एससीएम (सेंट्रल कमेटी मेंबर) दामोदर के मारे जाने की जानकारी दी है। इसके बाद नक्सली दामोदर की मां अब अपने पुत्र का शव लेने के लिए तेलंगाना पुलिस के पास पहुंची । तेलंगाना पुलिस के पास पहुंचकर दामोदर की मां ने बेटे की शव सौंपने की मांग की है। दामोदर की मां का कहना है कि उसकीतबीयत खराब हो रही है. मेरी देखभाल करने वाला कोई नहीं है. बेटे का चेहरा देखे बिना मैं नहीं मरना चाहती, बेटे को देखे बिना मेरी जान नहीं निकलेगी। दामोदर की मां को तेलंगाना पुलिस उसके शव देने की स्थित में नही है, क्योकि नक्सली उसके शव को अपने साथ ले जाने में कामयाब रहे थे। दामोदर की मां की मांग को लेकर तेलंगाना पुलिस असमंजस में है, उसे कुछ जवाब देते नही बन रहा है।
50 लाख का इनामी नक्सली दामोदर राव ऊर्फ चोक्का राव उर्फ मल्लन्ना तेलंगाना के मुलुगु जिले के ग्राम कालवापल्ली का रहने वाला था। पिछले महीने 27 दिसंबर को को मुलगु जिले के एसपी सर्वेश ने दामोदर की मां से उनके गांव कालवापल्ली में मुलाकात की थी। इस दौरान दामोदर की मां ने दामोदर से अपील करते हुए तेलुगू में कहा था कि अब दिखता नहीं है, उम्रदराज हो गई हूं, घर लौट आ। मेरा सहारा तू ही है। अब तू आंदोलन छोड़ दे। सरकार और पुलिस से मैं बात करूंगी, तुझे कुछ नहीं होगा। हथियार डाल और मुख्यधारा में लौट आ। दामोदर की मां का वीडियो अब सामने आया है। मां की अपील के बाद भी दामोदर नहीं माना और अब उसके मारे जाने की खबर आई है। जिसके बाद तेलंगाना पुलिस के पास पहुंचकर दामोदर की मां ने बेटे की शव सौंपने की मांग कर दी है।
गौरतलब है कि छत्तीसगढ़ में नक्सली दामोदर राव ऊर्फ चोक्का राव उर्फ मल्लन्ना को लेकर जो बातें हो रही है, उस पर तेलंगाना में अब तक विराम लगा हुआ है। तेलंगाना पुलिस और वहां का नक्सली संगठन दामोदर की मौत पर खामोश है। किसी की तरफ से कोई बयान सामने नहीं आया है। तेलंगाना में दामोदर समर्थक एक नेता ने अपने वाट्सएप स्टेटस में दो दिन पहले लिखा कि दामोदर अन्ना (बड़े भाई) सुरक्षित हैं। उन्हें लेकर अफवाह फैलाई जा रही है। तेलंगाना स्टेट कमेटी के सचिव हरिभूषण की कोरोना से मौत जून 2021 को हो गई थी। जब उसकी मौत हुई तो उसके अंतिम संस्कार का बकायदा वीडियो और फोटो नक्सलियों ने जारी किया था। दामोदर को हरिभूषण की मौत के बाद ही सचिव बनाया गया था। अब जबकि दामोदर की मौत की खबर छत्तीसगढ़ में चल रही है तो उसके अंतिम संस्कार के वीडियो और फोटो का इंतजार किया जा रहा है। आमतौर पर जब भी कोई बड़ा नक्सली लीडर मारा जाता है तो नक्सली उसकी अंतिम यात्रा को ऐतिहासिक बनाने का प्रयास करते हैं लेकिन दामोदर की मौत की खबरों के बाद ऐसा कुछ नहीं हुआ है।

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