प्रदेश के सत्ता के गलियारे में कुछ तो गड़बड़ है : – कही अनकही बाते

प्रदेश के सत्ता के गलियारे में कुछ तो गड़बड़ है कही अनकही बाते
रायपुर : – प्रदेश की सत्ता के गलियारों में इन दिनों सब कुछ ठीक नहीं चल रहा है। या यूं कहें कि कुछ भी ठीक नही चल रहा है. बीते सप्ताह भर की घटित घटनाओं ने देश भर की मीडिया का इस ओर ध्यान आकृष्ट किया कैसे सत्ता के दो दिग्गज नेता आपस मे ही खिंचातनी में लगे हुए है . नारायणपुर – दंतेवाड़ा में बड़ी संख्या में नक्सलियों को मार गिराने का श्रेय लेने होड़ मच गई मामले की गंभीरता को देखते हुए रात्रिकालीन एक उच्चस्तरीय बैठक बुलाई गई जिसमें सब तो आये मगर उस विभाग के मंत्री को बुलाया तक नही गया मंत्री जी इससे काफी ज्यादा व्यथित हो गए माननीय सुर्खियों में हिस्सेदारी पाने की जद्दोजहद में उच्चस्तरीय बैठक में दरमियाँ ही अस्पताल पहुँच जाते है और बताने की कोशिश करते है कि इस पूरे ऑपरेशन में उनकी अहम भूमिका रही है .
मामला यहां नही थमता आपसी खिंचातनी और श्रेय लेने होड़ में घटना के दो दिन बाद सुबह सुबह माननीय अपने साथ दो और माननीय को लेकर वहाँ पहुँच जाते है जहाँ पूरी घटना हुई थी . वहां पहुँचते ही माननीय इस घटना को अंजाम देने वालों के पीठ थपथपाते है और मीडिया के सामने अपनी वजूद का अहसास कराते रहे .
सुबह की भेंट वार्ता पीठ थपथपाई की बात जैसे ही राजधानी पहुँचती है ही शाम होते होते सरकारी तंत्र सक्रिय मोड में आ जाता है और मीडिया के जरिये यह संदेश पहुँचाया जाता है कि उक्त तीनो माननीयों को माननीय मुखिया जी निर्देश पर ही जवानों के हौसला अफजाई के लिए मिठाई लेकर भेजा गया था .
सवाल यह उठता है कि महज नौ महीने पहले ही सत्ता में आई सरकार में इतनी खिंचातनी और मूड़ फुटउल की स्थिति क्यो निर्मित हो गई है। सूत्र तस्दीक करते है कि “हाऊस” का एक विघ्नसंतोषी अधिकारी मुखिया और माननीय या माननीयों के बीच खाई खोदने का भरसक प्रयास में लगा हुआ है और यह प्रयास सफल भी होते जा रहे है इस अधिकारी ने अपने साथ एक मसकामार मूषक को भी पाल रखा है जो सोशल मीडिया के माध्यम से इस पूरे मामले को हवा देने में लगा हुआ है .
सूत्र तो यह भी बताते है कि कुछ माह पूर्व हुए भारी-भरकम तबादले सूची को लेकर माननीय और अधिकारी के बीच ठनाठनी हो गई थी . माननीय के कार्यालय से गई सूची में भारी काट-छांट किया गया . जहां से “लक्ष्मी की कृपा” बरसी उसी को विघ्नसंतोषी अधिकारी ने तवज्जो दिया . इस मामले में माननीय की बहुत किरकिरी हुई और हाऊस का अधिकारी अकेले पूरी की पूरी मलाई चट कर गया .