पुलिस के आला अधिकारियों के संरक्षण में फला फुला महादेव सट्टा , चंद्रभूषण वर्मा के बयान में कई सफेदपोश चेहरे हुए बेनकाब , सट्टा प्रमोटर रवि उप्पल के रिश्तेदार है सीएम सलाहकार ,

पुलिस के आला अधिकारियों के संरक्षण में फला फुला महादेव सट्टा , चंद्रभूषण वर्मा के बयान में कई सफेदपोश चेहरे हुए बेनकाब , सट्टा प्रमोटर रवि उप्पल के रिश्तेदार है सीएम सलाहकार

पढ़िए यह रिपोर्ट

रायपुर : – अपनी संस्कृति विरासत और ऐतिहासिक धरोहरों के लिए विख्यात एक ऐसा राज्य जहाँ की हरियाली देश दुनिया के लिए आकर्षण का केंद्र मानी जाती थी वह राज्य और उस राज्य का युवा इन दिनों सट्टे जुए के भवसागर में फंस गया है जिस युवा पीढ़ी के हाथों में देश का भविष्य है वह युवा आज सट्टे जुए में अपना भविष्य तलाश रही है हालात यह है कि एक छोटे से राज्य का नाम जुए सट्टे में इतना मशहूर हो गया कि अब देश ही नही विश्व मे इसकी गूंज सुनाई पड़ रही है .

दरअसल हम बात रहे है छत्तीसगढ़ की जहाँ तत्कालीन भूपेश सरकार के आला पुलिस अफसरों की संरक्षण में पांच साल में राज्य सट्टेबाजों का गढ़ बन गया पुलिस प्रशासन जिसका काम असामाजिक गतिविधियां पर रोक लगाना और क्राइम कंट्रोल करना है वह खुद जब जुए सट्टे की दलाली खाने लग जाये तो अंदाजा लगाया जा सकता है तत्कालीन सरकार में कानून व्यवस्था किस तरह से संचालित हो रही थी

पुलिस के आला अधिकारियों के संरक्षण में फला फुला महादेव सट्टा बाजार : –

एक ऐसा ऑनलाइन गेमिंग सट्टा एप्प जिसके तार छत्तीसगढ राज्य से होते हुए समुद्र पार दुबई तक जुड़े हुए है इस तार को जोड़ने में जिसने सबसे अहम भूमिका निभाई वह तत्कालीन सरकार और पुलिस के आला अफसर जिन्होंने अपनी जेबे भरने के लिए राज्य के युवाओं के भविष्य को जुए सट्टे के अंधकार में डूबा दिया और खुद मदस्मत होकर जुए सट्टे की मोटी कमाई खाने में लीन हो गए . इतना ही नही इस सट्टे जुए के काले बाजार में तत्कालीन सूबे की मुखिया भूपेश बघेल का भी संरक्षण प्रदान था तब तो पुलिस महकमे के यह अफसर बेखौफ होकर जुए सट्टे के कारोबार को फलने फूलने दे रहे थे अब सैया भये कोतवाल फिर डर काहे का यह आरोप हम नही लगा रहे है दरअसल विधानसभा चुनाव के पहले शुभम सोनी नामक एक व्यक्ति का वीडियो परिवर्तन निर्देशालय को मेल किया गया जिस वीडियो ने सोशल मीडिया में काफी चर्चित भी हुआ जिसमें शुभम सोनी ने खुले तौर पर तत्कालीन मुख्यमंत्री भूपेश बघेल को हवाला के जरिये 508 करोड़ रुपये देने की बात कही और खुद को महादेव सट्टा एप्प का मालिक बताया . शुभम सोनी ने दावा किया कि जब वह भिलाई पहुंचा और वहां से IPS प्रशांत अग्रवाल के फोन पर बघेल से बात की उन्होंने मुझसे कहा कि मैंने तुम्हें अपना कारोबार देखने के लिए दुबई भेजा था और तुम मालिक बन गए और वर्मा का जिक्र आया जो सिडिंकेट मेम्बर था इस बात को समझना और दुबई तक के तार जोड़ने की बात समझना बहुत मुश्किल नही है . यह बात अकाट्य सत्य है कि बिना किसी राजनीतिक-प्रशासनिक संरक्षण के इतना बड़ा कारोबार पनप ही नही सकता इसलिए महादेव सट्टा एप्प का मालिक कौन है कहने की जरूरत नही है मालिक के साथ इसके संचालन की जवाबदेही किसकी थी यह भी समझना ज्यादा मुश्किल नही है और तो और पुलिस महकमा पूरा सट्टा जुए की काली कमाई किसके संरक्षण की वजह से खा रहा था इतने बड़े सिंडिकेट गिरोह किसी बड़े आदमी के कारण ही चल पाया . चुनाव में यह मामला इतना तूल पकड़ा कि प्रदेश की जनता ने इस सट्टेबाज सरकार को सिरे से नकार दिया अब जब सत्ता सरकार बदल गई है तो मामले में कई और बड़े खुलासे हो रहे है जिसमे पुलिस के कई आला अफसरों का नाम और उनको पहुँचने वाली राशि का जिक्र है .

चंद्रभूषण वर्मा के बयान में कई सफेदपोश चेहरे हुए बेनकाब : –

परिवर्तन निर्देशालय ईडी के समक्ष निलंबित ASI चंद्रभूषण वर्मा ने अपने बयानों में कई सफेदपोश अफसरो समेत कारोबारियों का जिक्र करते हुए बताया कि महादेव सट्टा गेमिंग एप्प से इन सभी सफेदपोश लोगो को मंथली राशि पहुँचाई जाती थी और पुलिस के संरक्षण में ही यह सट्टेबाजी का काला बाजार इस वृहदता के बढ़ता चला गया चंद्रभूषण वर्मा ने बयान में बताया कि किसको और किसके जरिये यह राशि अफसरो तक पहुँचती थी छत्तीसगढ़ की सुपर सीएम सौम्या चौरसिया को 1 करोड़ की राशि मनीष उपाध्याय के जरिये पहुँचाई जाती थी तत्कालीन आईजी इंटेलिजेंस आनंद छाबड़ा को मंथली 20 लाख रुपये , IPS अजय यादव को 20 लाख मंथली , पुलिस अधीक्षक प्रशांत अग्रवाल को 20 लाख मंथली , तत्कालीन पुलिस अधीक्षक दुर्ग अभिषेक पल्लव और बद्री मीणा को 10 लाख मंथली , IPS IG रायपुर आरिफ शेख को 10 लाख मंथली , अभिषेक माहेश्वरी 35 लाख  इस तरह इन पुलिस के तमाम अफसर और कारोबारी मिलकर राज्य को जुए सट्टे का गढ़ बनाने के लिए सटोरियों के सामने अपना ईमान गिरवी रख दिए और हवाला मनीलांड्रिंग के जरिये करोड़ो के बेनामी राशि अर्जित की  मामले में कई कारोबारी और अफसरो के नाम शामिल है

पढ़िए किसको कितनी राशि किसके माध्यम से जाती थी : –

 

सट्टा प्रमोटर रवि उप्पल के रिश्तेदार है सीएम सलाहकार : –

सीएम ने सलाहकार भी ऐसे लोगो को चुन चुन कर बनाया जिसने राज्य को बदनाम करने में कोई कसर नही छोड़ी हम बात रहे है भूपेश सरकार में रहे उनके अभिन्न विश्वसनीय सलाहकार विनोद वर्मा की जो शुरुआत से काफी विवादित रहे है ईडी के खुलासे में यह बात स्पष्ट होती हुई प्रतीत होती है कि महादेव सट्टा एप्प के प्रमोटर रवि उप्पल और सीएम सलाहकार विनोद वर्मा आपस मे रिश्तेदार है इसी रिश्तेदारी के हवाले से विनोद वर्मा सीएम कार्यालय से हरी झंडी देते हुए इस सट्टेबाजी के कारोबार को पनपने में मदद कर रहे थे जिसके लिए विनोद वर्मा को करोड़ो की राशि पहुँचाई गई . बता दे कि रवि उप्पल की भतीजी विनोद वर्मा की बहू है चंद्रभूषण वर्मा ने बताया कि
विनोद वर्मा के आदेश पर मेरे सहयोगी राहुल वक्ते मेरे निर्देश पर रवि उप्पल के भाई रोहित उप्पल और राहुल उप्पल से हवाला आपरेटरों अनिल दमानी आभूषण जेवलर्स , सदर बाजार रायपुर के माध्यम् से धन प्राप्त करते थे .  इसके बाद राहुल वक्ते यह नगद रकम विनोद वर्मा के सहयोगी विवेकानंद विद्यापीठ कोटा रायपुर को सौप देते थे मिली जानकारी अनुसार यह कोटा स्थित स्कूल का संचालन विनोद वर्मा के परिजन रिश्तेदार संचालित कर रहे थे वही अब तक लगभग 05 करोड़ रूपये विनोद वर्मा के सहयोगी को दिया जा चुका है .

पढ़िए चंद्रभूषण के बयान के वो अंश जिसमे रवि उप्पल और विनोद वर्मा के रिश्ते का जिक्र है .

सूबे हो पांच साल चले इस घोटाले , भ्रष्टाचार , मनीलांड्रिंग , हवाला जुए सट्टे का कारोबार की वजह से प्रदेश की जनता ने कांग्रेस की भ्रष्ट सरकार को बाहर का रास्ता दिखाया पूर्ण और ऐतिहासिक बहुमत के साथ प्रदेश में भाजपा की सरकार बन गई मगर विडम्बना देखिये सत्ता गठन को आज दो माह बीतने जा रहा है मगर इन भ्रष्ट अफसर पर किसी प्रकार की कार्रवाही अब तक नही की गई कार्रवाही तो दूर की बात है यह भ्रष्ट अफसर आज भी अपने पद पर काबिज होकर सत्ता और सरकार को अपने हिसाब से संचालित कर रहे है जबकिं होना यह चाहिए कि सरकार को सबसे पहले इन भ्रष्ट अफसरो को हटाकर इनके कारगुजारियों की सूक्ष्मता से जांच कराई जानी चाहिए यह कार्रवाही जल्दी नही होती तो निश्चित ही इसका परिणाम भाजपा को आगामी लोकसभा चुनाव में उठाना पड़ सकता है .

 

Related Articles

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *