कैसे यश टुटेजा अपने ग्राहकों को फायदा पहुँचाने के लिए IPS आरिफ शेख अपनी पत्नी शम्मी का रबर स्टाप की तरह करता था इस्तेमाल ,
2019 के लोकसभा चुनाव में सम्मानित मतदाताओ को बताया आरिफ और यश ने मूर्ख(Stupid)
भ्रष्टाचार और वसूली के लिए भी बने समान नियम-अनिल यश टुटेजा

यश टुटेजा YT – 9755555559
IPS आरिफ शेख – 7354055999

रायपुर : – जब एक अधिकारी अपने पद , मान सम्मान , प्रतिष्ठा सब गिरवी रख दे तो उससे किस तरह की उम्मीद की जाएगी ऐसा ही कारनामा किया है भा.पु.से. 2005 बैच के आरिफ शेख ने जिसने अपने पद और भा.पु.से. की गरिमा को तार-तार कर दिया है
पहली कड़ी हमने बताया कि किस तरह आरिफ शेख सारे नियम कायदे कानून को ताक में रखकर कानून की धज्जियां उड़ाई और नतमस्तक हो गए घोटाले के आरोपी के बेटे के आगे
संवाद के इस सिलसिले में आगे की बात आपको और भी चौका देंगी असल में इस संवाद का मकसद यश के जरिये यश के पिता अनिल टुटेजा जो नान घोटाले के आरोपी है और भूपेश के सबसे नजदीकी अफसर रहे है उस तक पहुँचना यश अपना स्वार्थ साधने में लीन था और आरिफ अपना नंबर बढ़ाने के लिए यश की गोद मे बैठते जा रहे थे ताकि वह कैसे भी अनिल टूटेजा के करीब जा सके .

चैट्स के महत्वपूर्ण अंश

चैट्स के खुलासे में आगे का संवाद में आरिफ शेख अपनी पत्नी शम्मी आबिदी की ओर से ग्राहको से डील करते है चूंकि यह सर्वविदित है कि कैसे शम्मी रबर स्टाम्प की तरह सिर्फ मुखौटा थी असली शातिर खेल तो आरिफ खेल रहे थे जो यश टुटेजा और उनके ग्राहकों फायदा पहुँचाते थे .
यश अपने पिता अनिल टुटेजा को बॉस से संबोधित करता था और विडंबना देखिए इसी बॉस से आरिफ यश को संबोधित करते थे 
आरिफ शेख यश के बिना निर्देश के एक कदम भी नही उठाते थे कोई भी दस्तावेज हो उसके पक्ष या विपक्ष इसपर निर्णय लेने का काम यश टुटेजा ही करता था .

2019 के लोकसभा चुनाव में सम्मानित मतदाताओ को बताया आरिफ और यश ने मूर्ख(Stupid)

2019 के लोकसभा चुनाव मे सम्मानित जनता ने भाजपा को एक बडे जनाधार के साथ सत्ता में बैठाया मगर यह बात यश और आरिफ को नागवार गुजरी 2019 के परिणामो के बाद आरिफ और यश दोनों ही काफी दुःखी हुए और जनता के दिए मत को मूर्खता बताया यह बात चैट्स में स्पष्ट रूप से दर्शित है कि देश की जनता पूरी तरह से मूर्ख है जो भाजपा को इतना बड़ा जनाधार दे दिया . लोकतंत्र में जनता ही जनार्दन है उस जनता जनार्दन को एक आईपीएस मूर्ख समझते है और बताते है कि लोकतंत्र की नही मूर्खता का परिणाम है जिससे यह तो साफ परिलक्षित होता है कि आरिफ और यश मोदी और भाजपा से कितने चिढ़े हुए है यह चिढ़ ही है जो इनके चैट्स में दिखलाई पड़ती है और एक आईपीएस अफसर जनता को मूर्ख (स्टुपिड) बताता है .

भ्रष्टाचार और वसूली के लिए भी बने समान नियम ,

यह बात सुनने में थोड़ी अजीब लग सकती है मगर उक्त बात यश और आरिफ के चैट्स के जाहिर होती है जिसमे यश और अनिल टुटेजा आरिफ को कहते है कि भ्रष्टाचार/जबरन वसूली के लिए समान नियम कायदे होने चाहिए भ्रष्टाचार के नियम में मनमानी नही चलनी चाहिए भ्रष्टाचार का लाभ में सभी को बराबर की हिस्सेदारी मिलनी चाहिए जिसमे आरिफ टुटेजा फैमली को आश्वस्त करते है कि भ्रष्टाचार के लिए समान नियम लागू किये जायेंगे
यह मामला जुड़ा हुआ है रायपुर स्थित ग्रेंड इम्पीरिया होटल से जो गुरुचरण होरा का है गुरुचरण होरा अनिल टुटेजा के सबसे करीबियों में एक है आरिफ ने वादा किया था कि गुरुचरण का ग्रेंड इम्पीरिया होटल रात 12 बजे तक खुली रह सकती है मगर आरिफ की इस प्रतिबद्धता के बाउजूद थाना प्रभारी नरेश पटेल न केवल प्रतिमाह ग्रेंड इम्पीरिया से 70 हजार लिए अलावा शराब की बोतल भी लेते थे और इसके बाद भी रात के 10 बजे होटल बंद कराने की बात कहते थे हालांकि इसके लिए पीछे के दरवाजे से आरिफ ने नरेश पटेल को कहा था यह उगाही की रकम आरिफ तक पहुँचती थी जिसका जिक्र थानेदार ने निजी तौर पर स्वीकार भी किया यह पूरी वसूली आरिफ सर के कहने पर होती थी .
जब यह बात चर्चाओं का विषय बनने लगी और यश ने भी अपना विरोध दर्ज कराया तब थाना प्रभारी को तुरंत हटा दिया गया मतलब जब तक आरिफ को फायदा मिलता रहा तब तक ठीक जैसे ही बात आगे बढ़ी तो थाना प्रभारी को बली का बकरा बना दिया गया .

अगली कड़ी में जानिए

मोहम्मद अकबर का संरक्षण प्राप्त आरिफ शेख कैसे साम्प्रदायिक फायदा लेता था चुनाव में अकबर के लिए बड़े फंड के साथ आरिफ

रायपुर पदस्थाना के लिए कैसे एक महिला आईपीएस को किया प्रताड़ित ,

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