महिला बाल विकास का एक और कारनामा , मंत्री सचिव आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं पर दिखाती रही रौब यहाँ बच्चो को मिलने वाले समान में ही हो गई धांधली

महिला बाल विकास का एक और कारनामा , मंत्री सचिव आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं पर दिखाती रही रौब यहाँ बच्चो को मिलने वाले समान में ही हो गई धांधली ,
रायपुर – महिला बाल विकास पूरी तरह से धांधली का अड्डा बन चुका है। जहाँ बच्चो को स्वास्थ्य वाले सामानों तक मे जमकर भ्रष्टाचार किया जा रहा है। मंत्री लक्ष्मी राजवाड़े अपने साथ सचिव को लेकर आंगनबाड़ियों का औचक निरीक्षण कर आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं पर जिस तरह रौब दिखा रही है क्या इस तरह इन भ्रष्ट अधिकारियों पर भी नकेल कस पाएगी या नही यह बड़ा सवाल अब उठने लगा है।
दरअसल पूरा मामला दुर्ग जिले का है जहाँ आंगनबाड़ी केंद्रों में बच्चो के स्वास्थ्य और उनकी रक्षा की देखभाल के लिए जो समान भेजे जाते है उसमें घटिया निम्न स्तर की सामग्री भेजकर बड़े भ्रष्टाचार को अंजाम दिया गया है। बच्चो के हाथ धोने के लिए साबुनों की स्थिति यह है कि सारे पैकेट को चूहों ने कुतर दिया है। वही जंग लगे हुए नेलकटर , टूटे हुए टब और टूटी हुई कंघी टूटे टॉयलेट क्लीनर की बोतले सप्लाई की गई है। यह हालात सिर्फ दुर्ग जिले का ही नही है मसलन यही हालात हर आंगनबाड़ी केंद्रों का है।
बताते चले कि प्रदेश भर के 33 जिलों में 39815 आंगनबाडी केंद्र स्वीकृत है इन आंगनबाड़ी केन्द्र की अगर सूक्ष्मता से जांच कराई जाए तो यह मंजर हर आंगनबाड़ी केंद्रों में नजर आएगा। मंत्री लक्ष्मी राजवाड़े जिनको अपना मंत्रालय और सचिवालय जिसको टाइट करना चाहिए वह आंगनबाड़ी केंद्रों में जाकर आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं पर रौब दिखाती नजर आती है। यही नही इस विभाग की सचिव जिनके घर बीते दिनों सीबीआई ने दबिस दी वह भी मंत्री मेडम के अंदाज के कार्यकर्ताओ को फटकारती नजर आ रही है मगर इस सारे भ्रष्टाचार और धांधली में जब सवाल पूछा जाए तो वह चुप्पी साध लेती है।
उक्त मामले में जब हमने विभाग की सचिव शमी आबिदी से बात करनी चाही तो उन्होंने कॉल तक उठाना जरूरी नही समझा वही बच्चो के स्वास्थ्य और उनके जीवन से खिलवाड़ करने वालो पर कार्रवाही किया जाना चाहिए मगर मंत्री जी अपने विभाग की सचिव को ही साधने की जुगत में लगी हुई है।