साय सरकार में जीएसटी विभाग में तबादले के बाद अटैचमेंट का चल रहा खेल ,हिमशिखर गुप्ता के कंट्रोल में जीएसटी विभाग , सौम्या चौरसिया के करीबी है आईएएस हिमशिखर गुप्ता ,

साय सरकार में जीएसटी विभाग में तबादले के बाद अटैचमेंट का चल रहा खेल ,हिमशिखर गुप्ता के कंट्रोल में जीएसटी विभाग , सौम्या चौरसिया के करीबी है आईएएस हिमशिखर गुप्ता ,
रायपुर :- सूबे में सरकार तो बदल गई मगर भीतरखाने जस के तस है प्रशासनिक फेरबदल के बाद भी कुछ अधिकारियों ने इस कदर पैठ जमाई हुई है कि सत्ता किसी की भी रहे तंत्र इन अधिकारियों के मन मुताबित ही चलता रहा है ऐसा ही एक मामला जीएसटी विभाग का है जहाँ नई सरकार के आते ही जीएसटी विभाग में तबादले तो कर दिए गए मगर बदलाव के बाद अब इस विभाग में अटैचमेंट का खेल शुरू हो गया है जिसमे 2007 बैच के आईएएस सचिव हिमशिखर गुप्ता के हिसाब से जीएसटी विभाग संचालित हो रहा है . जीएसटी मंत्री के बड़े बड़े दावे यहाँ खोखले साबित होते नजर आ रहे है .
ट्रांसफर के बाद 25 दिनों में हुआ अटैचमेंट : –
बताते चले कि जीएसटी विभाग में बीते दिनों बड़े पैमाने पर तबादला सूची जारी की गई थी जिसमे तत्कालीन सरकार में प्रभावशाली रहे अफसरो को अन्यंत्र स्थानांतरित किया गया था . तबादले को 25 दिन भी नही बीते थे कि अटैचमेंट का खेल शुरू हो गया अटैचमेंट के इस खेल में नरेंद्र वर्मा , नीता दीवान , परितोष इंद्रगुरू का तबादला तो किया गया मगर 25 दिन बाद ही इन अधिकारियों को अटैच कर दिया गया अटैचमेंट के इस खेल की वजह से कही न कही युवा आईएएस मंत्री का ग्राफ गिरता हुआ नजर आ रहा है .
जीएसटी विभाग की लूट की चर्चा बाजारों में : –
जीएसटी विभाग अधिकारियों के लिए लूट का अड्डा बन गया है रायपुर , कवर्धा , जगदलपुर , रायगढ़ समेत कई ऐसे जिले है जहाँ जीएसटी अधिकारियों ने लूट मचा रखी है इस लूट खसोट की चर्चा अब विभागों तक ही सीमित नही है यह चर्चाएं अब चौक से लेकर चौराहों की चर्चा का विषय बना हुआ है मालूम हो कि तत्कालीन सरकार के कुछ खासमखास अधिकारी जीएसटी विभाग में आज भी पदस्थ है . पुर्व कमिश्नर रानू साहू के ख़ास रहे अधिकारी आज भी रायपुर में पदस्थ है जिनकी कई शिकायतें होने के बाद भी नहीं हटाया गया है . ईवे बिल के नाम से करोड़ों की वसूली का भी आरोप लग चुका है जिनके इशारों पर ही जीएसटी विभाग संचालित हो रहा है सूत्र बताते है कि इन सबपर कही न कही आईएएस हिमशिखर गुप्ता का हाथ है यह अफसर आज भी पूरे जीएसटी विभाग को अपने कंट्रोल में रखे हुए है .
आईएएस आईएएस मंत्री को कर रहे गुमराह : –
जीएसटी विभाग में पदस्थ आईएएस अफसर जिनमे आईएएस सचिव हिमशिखर गुप्ता , आईएएस कमिश्नर रजत बंसल , आईएएस प्रतीक जैन उपायुक्त के पद पर आसीन है यह पूरी टीम हिमशिखर गुप्ता के कंट्रोल में कार्य करती है यह आईएएस अफसर मिलकर मंत्री आईएएस को पूरी तरह से गुमराह करते हुए गलत फीडबैक देते है और गोलमोल उलझाने का कार्य करते है इस हरकत की वजह से अब मंत्री आईएएस की छवि कही न कही धूमिल हो रही है जिसके लिए यह अफसर जवाबदार है . कुछ दिन पु्र्व चार करोड़ रूपये जमा करवाने की बात भी जीएसटी विभाग के द्वारा बताई गई थी जबकिं वास्तविकता कुछ और है चार करोड़ के रिटर्न को फ़ाइल करवाया गया था . दोनों बातों में जमीन आसमान का अंतर है . मंत्री की छवि बनाने के चक्कर में यह अफ़सर कुछ भी कहानी करने पर आमादा है .
सुपर सीएम सौम्या चौरसिया के नजदीकी है हिमशिखर गुप्ता : –
हिमशिखर गुप्ता तत्कालीन भूपेश सरकार में सुपर सीएम रही सौम्या चौरसिया के काफ़ी नजदीकी माने जाने वाले अफसर रहे है जो पिछली सरकार से जीएसटी विभाग को संभाल रहे है आईएएस और युवा मंत्री ओपी चौधरी इन अफसरो के बातों मे कही न कही अपनी साख भी दांव में लगा रहे है ऐसा इसलिए कि कुछ दिन पहले तबादला सूची निकाली गई थी बाद में कुछ लोगों से दाना पानी लेने के बाद सचिव के ईशारे में बदलाव कर दिया गया ।सवाल यह उठता है कि तबादला सूची निकालने के बाद आखिर बदलाव की क्या जरूरत आन पड़ी सूत्र बताते है कि इस बदलाव के पीछे एक बड़ा लेनदेन का मैटर है जिसकी वजह से तबादले के बाद अटैचमेंट का खेल खेला गया है .
आगामी कुछ माह बाद लोकसभा चुनाव है भाजपा सरकार पूर्ववर्ती सरकार में हुए तमाम घोटालों और भ्रष्टाचार के मुद्दों पर मुखर होकर बात की जिसको लेकर जनता में एक विश्वास जगा और मोदी की गारंटी और सुशासन की सरकार की प्रत्याशा में जनता ने भाजपा को एक बड़ा जनादेश देकर सत्ता की चाभी उसके हाथ सौप दी मगर जिस तरह से तबादले और अटैचमेंट का खेल चल रहा है इससे यह तो साफ है कि अगर भाजपा इस पर अंकुश नही लगाती तो इसका परिणाम भाजपा को आगामी लोकसभा में उठाना पड़ सकता है .