खाद्य मंत्री ने इंकार करने के बाद स्वीकारा 155 टन था कम

रायपुर। पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के राशन दुकानों से चना वितरण में गड़बड़ी और कमी के प्रश्नों पर खाद्य मंत्री दयाल दास बघेल ने पहले इंकार करने के बाद स्वीकार करते हुए कहा कि 155 टन कम था। इस पर विधानसभा अध्यक्ष डॉ. रमन सिंह ने चने की कमी वाले दुकानों पर कार्रवाई करने की व्यवस्था दी।
तारांकित प्रश्नकाल के दौरान भूपेश बघेल ने शासन द्वारा निर्धारित मापदंडों के तहत अनुसूचित क्षेत्रों में चना वितरण न होने का मुद्दा उठाते हुए पूछा कि मार्च में किए गए चने में कितने मात्रा को अधिकता या कमी पाई गई? मंत्री दयाल दास बघेल ने कहा कि चना वितरण में थोड़ा विलंब हुआ है क्योंकि खुली निविदा दरों में वृद्धि और भारत सरकार से चना आबंटन में विलंब हुआ था। लेकिन वितरण जारी है। पूर्व सीएम बघेल ने पूछा कि चने की गुणवत्ता सी जांच कब कब कराई गई। नेता प्रतिपक्ष डॉ. महंत ने पिछले दिनों गुणवत्ताहीन चने की पैकेट आपको सौंपा है। इस पर मंत्री ने कहा कि नेता प्रतिपक्ष ने जो पैकेट लाया था वह पीडीएस वितरण वाला नहीं था। भूपेश ने 2-3 माह से चना वितरण नहीं होने की बात कही तो मंत्री ने विलंब होने की। भूपेश ने पूछा कि जिन महीनों में नहीं दिया गया उन महीनों का भी अब देंगे। दयाल दास ने कहा मई जून जुलाई तीनों महीनों का 31 जुलाई तक वितरण किया जाएगा। चना वितरण में विलंब हुआ है लेकिन कमी नहीं है।
इस पर भूपेश में प्रपत्र में दी गई जानकारी के हवाले से कहा कि कमी स्वीकारा गया है, दोषियों पर कार्रवाई करेंगे? मंत्री ने कहा कि मार्च 24 के स्टाक में 155 टन कम पाया गया। यह कमी लोस चुनाव आचार संहिता के कारण था। आपके समय में भी 2019 में सात माह नहीं बांटा गया। और अब हम एक साथ तीन माह का दे रहे। पूर्व सीएम ने पूछा कि कमी के लिए जिम्मेदारों पर कार्रवाई करेंगे? मंत्री बघेल ने बताया कि 830 दुकानों के स्टाक में कमी मिली। इनमें से 109 दुकानें निलंबित, 30 का आबंटन रद्द, 106 से स्टाक की वसूली के लिए आरआरसी जारी, 6 दुकानदारों पर एफआईआर किया गया है। भूपेश ने केवल चने की कमी वाले दुकानों पर कार्रवाई की मांग की। इस पर विधानसभा अध्यक्ष डॉ. रमन सिंह ने मंत्री से कहा कि जहां जहां कम पाया गया है, जांच कराकर कार्रवाई करा लें।