केंवची से पेण्ड्रा तक करोड़ो की सड़क तीन माह में ही हुई धरासाई , थेकडी लगाकर भ्रष्टाचार को छुपाने में लगा लोक निर्माण विभाग ,
गौरेला-पेण्ड्रा-मरवाही : – किसी भी जिले का या शहर का विकास वहाँ के अवागमन पर निर्धारित होता है मगर जब तीन माह में हीं करोडो की लागत की निर्मित सड़के धसकने लगे इससे अंदाजा लगाया जा सकता है कि भ्रष्टाचार अपने किस चरम पर है । पांच साल की परफॉर्मेंस गारंटी वाली सड़के महज 100 दिनों में ही भ्रष्टाचार की पोल खोलने लगी है जो पहली बरसात भी नही झेल पाई है ।
केंवची से पेण्ड्रा तक निर्मित करोड़ो की सड़क पहली बरसात में ही खुली पोल : –
पेण्ड्रा से केंवची 28 किलोमीटर सड़क निर्माण कार्य पूरा हुए अभी 100 दिन नही बीते कि इन सड़कों में भ्रष्टाचार के गड्ढे नजर आने लगे है जबकि पूर्व में भी समाचारों में प्रकाशित किया गया था कि बिना मॉनिटरिंग के सड़क निर्माण कार्य कराया गया है करोडो की सड़क में न तो रोड़ मैप तैयार किया गया न ही इसकी गुणवत्ता की देखरेख की गई तब तो ठेकेदार अपनी मनमानी करते हुए बेढंग तरीके से निर्माण कार्य कराया जिसके भ्रष्ट काले कारनामो को लोक निर्माण के अधिकारी खड़े होकर पटवा रहे है । आपको बता दे उक्त सड़क पर WMM में गुणवत्ताहीन मटेरियल का उपयोग किया जा गया था वही इसकी ग्रेडिंग भी सही नही थी साथ ही स्टीमेट के अनुसार बिना खुदाई किये ही कई जगहों पर डामरीकरण कर दिया गया था जिसकी जानकारी संबधित विभागों समेत अखबारों के माध्यम से ध्यानाकर्षण कराया जाता रहा है मगर जिम्मेदार कुम्भकर्णी नींद में उक्त बातों को दरकिनार करते हुए ठेकेदारों को उपकृत करने में लगे हुए थे . जिसका परिणाम यह निकला कि यह सड़क पहली बरसात में ही गड्डो में तब्दील होती जा रही है जिसकी लीपापोती कर भ्रष्टाचार पर थेकडी लगाई जा रही है .
सड़क निर्मित हुए 3 माह बाद भी रोड फर्नीचर का कार्य शुरू नही : –
आपको बता दे उक्त सड़क निर्माण के बाद सड़को में फर्नीचर का कार्य अति आवश्यक होता है जहाँ सड़को में दिशा निर्देश समेत दुर्घटना नियंत्रण बोर्ड , गांव , शहर , स्कूल , दर्शाए जाते है ताकि इससे आवागमन में कोई असुविधा न हो . सड़क निर्माण कार्य खत्म हुए 3 माह से ज्यादा समय हो चुका है मगर अब तक रोड़ फर्नीचर का कार्य शुरू नही कराया गया है . विभाग के कर्मचारी दबी जबान में यह कहते है कि यह कार्य संबधित ठेका कंपनी का ही होता है मगर शासन के निर्देशानुसार इसके लिए अलग से निविदा जारी कर अपने चहेते ठेकेदारों को उपकृत करने के लिए उक्त रोड फर्नीचर का कार्य अब तक नही कराया गया है .
वही भाजपा के अकलतरा विधायक सौरभ सिंह इस मामले को लेकर गंभीर आरोप लगाया है कि पूरे राज्य में CGRDC की लगभग 400 सड़के है पूरे राज्य में CGRDC की किसी भी सड़क में रोड फर्नीचर का कार्य नही कराया गया है . वही पहले ऐसा होता था एक तरफ सड़क बनती थी दूसरी ओर रोड फर्नीचर का कार्य मगर लगभग सड़के बन गई लेकिन अब तक कही रोड फर्नीचर का कार्य शुरू नही हो पाया है छत्तीसगढ़ सरकार अपने चहेते लोगो को उपकृत करने में लगी हुई है वही सौरभ सिंह ने उक्त मामले को विधानसभा में उठाये जाने की बात कही है .
जिला कलेक्टर कार्यालय समेत तमाम विभागों के सामने चला भ्रष्टाचार का खेल सबकी मौन सहमति : –
महत्वपूर्ण बात यह है कि उक्त सड़क निर्माण कार्य जिला कलेक्टर कार्यालय समेत तमाम आला अधिकारियों के कार्यालय के सामने बनी है जबकिं लोक निर्माण विभाग का कार्यालय भी इस सड़क के सामने से होकर गुजरता है तब सवाल यह खड़ा होता है कि जिला प्रशासन के नाक के नीचे इतना बड़ा भ्रष्टाचार का खेल खेला गया और प्रशासन को इसकी भनक तक नही लगी तब तो करोड़ो की लागत से बनी सड़क महज 3 माह में ही धरासाई हो गई मगर जिम्मेदार अब तक नींद से नही जागे है तब तो भ्रष्टाचार को छुपाने के लिए थेकडी का सहारा लिया जा रहा है जबकि उक्त निर्मित सड़क की उच्च स्तरीय जांच टीम गठित कर जांच कराए जाने की आवश्यकता है और संबधित ठेकेदार , इंजीनियर , SDO समेत तमाम सम्बधितो पर शक्त कार्यवाही किये जाने की जरूरत है .
अब देखना यह होगा कि जिलेवासियों को बरसो बाद मिली सौगात में हुए भ्रष्टाचार पर प्रशासन क्या कार्यवाही करता है या इसी तरह थेकडी लगाकर भ्रष्टाचार को छिपाने में लगा रहता है .