अव्यवस्था से घिरा राज्य स्तरीय खेलकूद स्पर्धा , भोजन , पानी , शौचालय के लिए भटकते रहे खिलाड़ी ,

गौरेला – पेण्ड्रा – मरवाही : – छत्तीसगढ़ की 22 वीं राज्य स्तरीय स्कूली खेलकूद प्रतियोगिता जिसमे छत्तीसगढ़ के पांचों संभाग के खिलाड़ी हिस्सा ले रहे है पर दूर – दूर से आये खिलाड़ियों को अव्यवस्थाओ का सामना करना पड़ रहा है . आये हुए खिलाड़ियों को न तो पीने के पानी की व्यवस्था है न ही नहाने के लिए खिलाड़ी बिना नहाए ही खेलो में हिस्सा ले रहे है इससे खिलाड़ी बीमार भी होते नजर आए हद तो तब पार हो गई जब इन खिलाड़ियों को समुचित स्वास्थ सुविधाएं भी नही मिल पाई .
आपको बता दे कि पेण्ड्रा के फिजीकल मैदान एवं गुरुकुल क्रीड़ा परिसर में चल रही खेल स्पर्धा में इतनी अव्यवस्था के बीच किसी जिम्मेदार अधिकारियों का इस ओर ध्यान नही है सभी इस जुगत में लगे हुए है कैसे तैसे कार्यक्रम सम्पन्न कराया जाए . प्रतियोगिता के शुरुआत से ही यह अव्यवस्था बनी हुई है पहले से खिलाड़ियों को बसों में ठूस ठूसकर लाया गया जिसपर भी जिम्मेदारो द्वारा ध्यान नही दिया गया अगर ऐसे में कोई बड़ी दुर्घटना हो जाती तो आखिर इसकी जवाबदेही कौन लेता ? बाहर से आये खिलाड़ी जिसमे बालिका एवं बालक दोनों थे जिनके लिए शौचालय तक कि सुविधाएं नही थी यह खिलाड़ी सुलभ शौचालय खोजते पाए गए .
मेंडल की क्वालिटी पर भी उठ रहे सवाल : –
राज्य स्तरीय खेल प्रतियोगिता में खिलाड़ियों को मिलने वाले मेडल निम्न स्तर क्वालिटी का था बाहर से आए खिलाड़ियों और परिजनों ने बताया की मेडल काफी घटिया स्तर का था ऐसा घटिया मेडल पहले कभी नही मिला .
भोजन पानी को तरसते खिलाड़ी : –
संभाग से आये खिलाड़ियों ने बताया कि वह जहाँ रुके हुए थे वहाँ से आने जाने की सुविधाये नही थी आधा समय पैदल आने जाने में बीत जाता था इसके साथ ही खिलाड़ियों के लिए टैंकर की व्यवस्था की गई थी उसमे भी गन्दा पानी आने की शिकायत खिलाड़ियों द्वारा की गई मगर इन सब बातों को दरकिनार करते हुए खिलाड़ियों को डराया धमकाया गया . बालिकाएं बालक शहर में शुलभ शौचालय खोजते नजर आये इसके साथ ही खिलाड़ियों ने बताया कि वह बिना नहाए ही खेल रहे है साथ ही समय पर भोजन भी नही दिया जा रहा भोजन की क्वालिटी पर भी तमाम सवाल उठ रहे है .
मंचस्त जनप्रतिनिधियों के सामने ही अव्यवस्था : –
22 वी राज्य स्तरीय खेल कूद में जिले के तमाम जनप्रतिनिधियो ने मंच साझा किया इन जनप्रतिनिधियों के सामने इस तरह रही अव्यवस्था के बाद भी विरोध न करना इन जनप्रतिनिधियों पर भी सवाल खड़ा करता है मंचस्त अतिथि में सत्तादल के लगभग सभी मौजूद थे इनकी मौजूदगी में इस तरह खिलाड़ियों को अव्यवस्था का सामना करना पड़ा मगर किसी जनप्रतिनिधि ने इस पर सवाल नही किया .
आखिर यह जिले के गौरव का विषय था मगर जिम्मेदारो द्वारा इस तरह पूरे प्रदेश में जिले का नाम खराब किया है .