सेजबहार जनकल्याण समिति के कार्यों की होगी जांच, अनुबंध होगा निरस्त

00 सेजबहार कालोनी के रहवासियों की मांग पर हाउसिंग बोर्ड के उपायुक्त ने दिए जांच के आदेश
रायपुर। हाउसिंग बोर्ड कालोनी सेजबहार के रहवासियों ने सोमवार को शंकरनगर स्थित बोर्ड कार्यालय में उपायुक्त संदीप वर्मा से मिलकर सफाई और रखरखाव का काम कर रही सेजबाहर जन कल्याण समिति के खिलाफ कई गंभीर आरोप लगाते हुए शिकायत की।रहवासियों की शिकायत को उपायुक्त ने गंभीरता से लेते हुए समिति के कार्यों की जांच कराने के साथ ही अनुबंध निरस्ती की कार्रवाई का आश्वासन दिया।
रहवासियों ने बताया कि 1366 स्वतंत्र मकानों वाले सेजबहार कालोनी के पांच हजार से अधिक रहवासी सालों से चारों तरफ पसरी गंदगी,नाली जाम,पेयजल संकट आदि की समस्या से परेशान है।बारिश में सफाई न होने के कारण जलजनित बीमारी फैलने का खतरा बना हुआ है।अगस्त 2020 से कालोनी के रखरखाव, साफ-सफाई, स्ट्रीट लाइट, पेयजल आपूर्ति का काम विवादित जन कल्याण समिति को बोर्ड के अधिकारियों ने देकर रहवासियों को मुसिबत में डाल दिया है। समिति के पदाधिकारी केवल लोगों से पानी,सफाई के नाम पर पैसा वसूलने और बोर्ड की खाली पड़ी हुई जमीनों पर कब्जा करने का काम कर रहे है। चार साल बाद भी मात्र 44 लोगों को समिति का सदस्य बनाया गया है और वे ही आपस में गुपचुप तरीके से पदाधिकारियों का चुनाव कर लेते है, जबकि नियमानुसार आबादी के अनुरूप 35 प्रतिशत सदस्य होने चाहिए। समिति ने आय-व्यय का लेखा-जोखा तक सार्वजनिक नहीं किया है। बोर्ड का नियम है कि समिति के कार्य की समीक्षा छह महीने में होना चाहिए जो नहीं हो रहा है।कालोनी के रहवासी सुनील ठाकुर, धनेश दिवाकर, दीपक नायडू, राहुल ठाकुर, विजय गुप्ता आदि ने अधिकारी को शिकायत पत्र सौंपकर समिति का अनुबंध तत्काल निरस्त कर उसके बैंक खातों की जांच करने के साथ ही नए सिरे से समिति का चुनाव बोर्ड के अधिकारियों की निगरानी में कराने की मांग की है।