शहर के सबसे बड़े ऑक्सिजोंन इलाके में पसरी गंदगी से फैल रहा हैजा मलेरिया , कही स्वक्षता अभियान तो कही नगरीय प्रशासन की अनदेखी ,
GPM : – एक तरफ पेण्ड्रा शहर में स्वक्षता अभियान चलाया जा रहा है जिसमे नगर की ऐतिहासिक धरोहरों , महाविद्यालय , मैदान समेत नगर को साफ सुंदर बनाने की पहल रंग ला रही है तो वही दूसरी ओर नगर प्रशासन की अनदेखी इस नगर की खूबसूरती पर दाग लगा रही है . दरअसल पेण्ड्रा शहर का सबसे बड़ा ऑक्सिजोंन कहलाने वाली जगह इंदिरा उद्यान गंदगी का अड्डा बन चुका है जहाँ शहर भर की गंदगी लाकर नगरीय प्रशासन द्वारा डंप कराई जाती है यह वो जगह है जहाँ लोगो को अंतिम संस्कार के लिए लाया जाता है मुक्ति धाम में फैली इस बदबूदार गंदगी से लोगो का इस सड़क से निकलना तक दूभर हो गया है . इस बदबूदार गंदगी में आग लगने से यह विषैला धुंआ पूरे शहर में फैल रहा है और अनेको बीमारियों को आमंत्रित कर रहा है .
समाजसेवियों की सफाई पर गंदगी उड़ेल रहा नगरीय प्रशासन
एक तरफ समाजसेवी मुक्तिधामो की सफाई के लिए प्रतिबद्धता से आगे बढ़ रहे है जो लंबे समय से इस मुक्तिधाम की सफाई का बीड़ा अपने निजी वहन और लोगोंके सहयोग से करने की जुगत में लगे है वही नगरीय प्रशासन इन समाजसेवियों की अथक प्रयासों पर पलीता लगाते हुए शहर भर की गंदगी मुक्तिधाम में उड़ेल रहा है इसको लेकर नगर वासियो और समाजसेवियों में खासा आक्रोश है .
मॉर्निंग करने जाते है लोग शहर का फेफड़ा कहलाती है यह जगह
खूबसरत जंगलो से घिरा यह इलाका इंदिरा उद्यान जो कई एकड़ो में फैला हुआ है इसे शहर का फेफड़ा कहना अतिश्योक्ति नही होगी लोग ताजी हवा खाने यहाँ आते है लेकिन इस बदबूदार गंदगी में घूमना तो दूर सांस लेना भी दूभर हो गया है बदबूदार गंदगी में पनपते मच्छर की वजह से मलेरिया और हैजा जैसी बीमारियां भी फैलने लगी है . कोरोना संक्रमण जैसी विभीषिका का दौर देखने के बाद भी यह शहर में गंदगी बताती है कि प्रशासन कितना सजक हुआ है .
शहर में फैल रही इस बदबुदार गंदगी और नगरीय प्रशासन की अनदेखी से समाजसेवियों में खासा रोष व्याप्त है समाजसेवी यह मांग करते है कि शहर की गंदगी की डंपिंग की व्यवस्था आबादी इलाके से दूर अन्यंत्र स्थानांतरित की जाए और गीला सूखा कचरा अलग कर नष्ट किया जाए समाजसेवियों के अथक मेहनत और जुनून को बल मिल सके