रायपुर। छत्तीसगढ़ जैव प्रौद्योगिकी प्रौन्नत सोसायटी अंतर्गत संचालित सुभाषचंन्द्र बोस बायोटेक्नोलॉजी इन्क्यूबेशन सेंटर एवं राष्ट्रीय प्रौद्योगिकी संस्थान (एन.आई.टी.), रायपुर के प्रौद्योगिकी व्यवसाय इन्क्यूबेशन केन्द्र अब स्टार्टअप ग्रोथ के लिए मिलकर काम करेंगे। दोनों संस्थानों के इन्क्यूबेशन सेंटर के बीच अनुबंध किया गया। एनआईटी रायपुर में बुधवार को आयोजित एक कार्यक्रम में दोनों संस्थानों के प्रमुख डॉ. एन.वी. रमना राव एवं डॉ. गिरीश चंदेल ने अनुबंध पत्र पर हस्ताक्षर किये।
सुभाषचंन्द्र बोस बायोटेक्नोलॉजी इन्क्यूबेशन सेंटर और प्रौद्योगिकी व्यवसाय इन्क्यूबेशन केन्द्र अलग-अलग इन्क्युबेशन सेंटर है। इन सेंटर्स में स्टार्टअप को आगे बढ़ाने में मदद की जाती है। एमओयू होने के बाद दोनों संस्थान मिलकर स्टार्टअप को मदद करेंगे। एनआईटी की टीम सुभाषचंन्द्र बोस बायोटेक्नोलॉजी इन्क्यूबेशन सेंटर के स्टार्टअप को टेक्निकल सपोर्ट देगी। वहीं एनआईटी के इन्क्युबेशन सेंटर में इन्क्युबेट होने वाले स्टार्टअप को सुभाषचंन्द्र बोस बायोटेक्नोलॉजी इन्क्यूबेशन सेंटर द्वारा इन्फ्रास्ट्रक्चर एवं आवश्यक तकनीकी सुविधा उपलब्ध कराई जाएगी। एमओयू के तहत, दोनों इनक्यूबेशन सेंटर नवाचार, उद्यमिता और इन्क्युबेशन के क्षेत्रों में सहयोग को बढ़ावा देने के लिए जानकारी का आदान प्रदान करेंगे। इस दौरान डॉ. समीर वाजपेयी, डॉ. अनुज कुमार शुक्ला, पवन कटारिया, छत्तीसगढ़ जैव प्रौद्योगिकी प्रौन्नत सोसायटी के डॉ. आशीष कुमार विश्वकर्मा तथा डॉ. ज्योति सिंह भी उपस्थित थे।
सुभाषचन्द्र बोस बायोटेक्नोलॉजी इंक्युबेशन सेंटर एवं राष्ट्रीय प्रौद्योगिकी संस्थान रायपुर के मध्य हुआ अनुबंध
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