संचालक मिस्टर चौबे को सचिव से कड़ी फटकार , काम पर ध्यान देने की हिदायत

संचालक मिस्टर चौबे को सचिव से कड़ी फटकार , काम पर ध्यान देने की हिदायत
रायपुर : – महिला बाल विकास के राज्य संसाधन केंद्र के एक अधिकारी सुरेंद्र चौबे के सम्बंध में हमारे चैनल ने समाचार प्रकाशित किया था जिसके बाद से ही निरन्तर इस चैनल के लेखक के व्हाट्स एप्प पर सुरेंद्र चौबे आधी रात से लेकर आज सुबह तक ये दबाव बना रहे हैं कि हमारा चैनल उनके खिलाफ झूठे समाचार फैला रही है इतना ही नही कुछ विभागीय अधिकारियों पर आरोप भी लगाया जा रहा है .
सुधि पाठकों की जानकारी के लिए हम बताना चाहते हैं कि हमारे पास सुरेंद्र चौबे के सम्बन्ध में छापे गए समाचारों के दस्तावेजी साक्ष्य मौजूद हैं और पूरी जिम्मेदारी के साथ हमने समाचार छापे हैं . सुरेंद्र चौबे ने लिखित रूप से खुद को पाक साफ बताया है जबकि दूसरे अधिकारियों की काम में टांग अड़ाने और शासन की गलतियां बताने के कारण हाल ही में श्री चौबे को सचिव शमी आबिदी ने लताड़ लगाई थी
दरअसल मामला ये था कि आंगनबाड़ी केंद्रों में प्री स्कूल शिक्षा देने की स्थिति जानने के लिए एक आदेश प्रसारित किया गया था जिसे आप नीचे पढ़ सकते हैं .
इस आदेश पर विभाग के व्हाट्स एप्प ग्रुप में चौबे ने तत्काल विभागाध्यक्ष कार्यालय को गलतियां बताकर सुधार करने की पोस्ट डालकर नए निर्देश आदि की अनावश्यक मांग कर दी . श्री चौबे की व्हाट्स एप्प पोस्ट पर सचिव महिला बाल विकास विभाग ने कड़ी फटकार लगाते हुए लिखा कि मिस्टर चौबे आपको इस ग्रुप में इसलिए रखा गया है कि आप कुछ सकारात्मक योगदान दे सकें न कि आदेश में क्रिटिकल दोष निकालकर आलोचनात्मक विवेचना करते रहें . आप आंगनबाड़ी निरीक्षण कर रिपोर्ट दीजिये एप्प देखिये अति कुपोषित बच्चों की जानकारी दीजिये और रिपोर्ट भेजिये ।
सचिव शमी आबिदी ने अगले दिन अपने चेम्बर में भी इसी सिलसिले में तलब भी किया .
शासन के निर्देशों का पालन करने के बजाय निर्देशों की गलतियां निकालकर धज्जियां उड़ाने हंसी मजाक बनाने का आचरण किसी अधिकारी को न केवल शोभा नहीं देता है बल्कि शासकीय सेवकों के लिए लागू आचरण संहिता के दायरे में भी उल्लंघन की श्रेणी में आता है .
सप्रमाण व्हाट्स एप्प चैट भी इसी समाचार के साथ हाजिर हैं . यह केवल झलकियां हैं शासन के ऐसे अफसरों के बारे में हमारी मुहिम जारी रहेगी .