सेक्रेटरी को अपने कब्जे में बताते हुए वर्षों से स्थापना शाखा में अंगद के पांव की तरह जमे हुए मबावि के उपसंचालक भीष्म पितामह बने अधिकारी का वीडियो वायरल

महिला बाल विकास का ऐसा अधिकारी जो कहता है सेक्रेटरी उसके कब्जे में , 7 बर्षो से उपसंचालक होकर भी चला रहा पूरा विभाग – वीडियो वायरल
नौकरशाहों के कारनामे
रायपुर : – प्रदेश में नौकरशाहों की तानाशाही इस कदर चरम पर है कि यह खुलेआम कहते है कि पूरा डायरेक्टोरेट और सेक्रेट्रिएट इनके कब्जे में है जिसका वीडियो सोशल मीडिया में जमकर वायरल हो रहा है जिसमे महिला बाल विकास के उपसंचालक रामजतन कुशवाहा कह रहे है कि महिला बाल विकास विभाग का डायरेक्टोरेट और सेक्रेट्रिएट इनकी जेब मे है . हालांकि उपसंचालक जी जो बात कह रहे है वह गलत भी नही है चूंकि अगर डायरेक्टोरेट और सेक्रेट्रिएट इनके कब्जे में नही होता तो कैसे यह सात वर्षों से एक ही जगह अंगद की तरह पांव टिकाये बैठे रहते . जबकि तबादला नीति और सामान्य प्रशासन विभाग के आदेशानुसार तीन वर्षों में अधिकारियों का तबादला किया जाना चाहिए .
बताते चले कि बीते दो दशक से महिला बाल विकास विभाग के अधिकारियों का तबादला नही किया गया है जिसका खामियाजा अब महिला बाल विकास विभाग में दिखलाई पड़ने लगा है . यह अधिकारी विभाग में इस कदर पैठ जमा चुके है कि हर सरकारी कार्यो में सेटिंग का खेल खेलते है . जो भी इनकी खिलाफत करता है उसे प्रताड़ित भी किया जाता है महिला बाल विकास के उपसंचालक रामजतन कुशवाहा की सैकड़ो शिकायत , भ्रष्टाचार , तानाशाही और दादागिरी की है जिसपर कार्रवाही न होंने से उक्त अधिकारी के हौसले बुलंद है हालही में इसी उपसंचालक ने खुल्लम खुल्ला दादागिरी करते हुए बिना किसी पूर्व सूचना के संचनालय में तालाबंदी कर दी थी जो कि सिविल सेवा आचरण का खुल्लम खुला उल्लघंन है . इतना ही नही इनकी सैकड़ो शिकायते धूल खा रही है

उल्लेखनीय है कि महिला बाल विकास की सेकेट्री IAS शमी आबिदी है . एवं वर्तमान में IAS तूलिका प्रजापति इस विभाग में डारेक्टर है इस विभाग में ऐसे कई IAS आये और चले गए मगर यह अधिकारी टस से मस नही हुए इससे तो यही परिलक्षित होता है कि इस अधिकारी को उच्चाधिकारियों का संरक्षण प्राप्त है तब तो रामजतन कुशवाहा खुलेआम यह कह रहे है कि सेक्रेट्रिएट इनकी जेब मे है हालांकि इस विवादित बयान के बाद हमने महिला बाल विकास की डारेक्टर तूलिका प्रजापति से संपर्क करने की कोशिश की मगर उनसे बात नही हो पाई देखना होगा खबर के बाद डायरेक्टोरेट और सेक्रेटिए मामले में क्या कार्रवाही करता है . उक्त बयान के बाद भी अगर कार्रवाही नही होती तो यह बात सत्य साबित होती है कि डारेक्टर सच मे इनकी जेब मे ही है .
नोट – उक्त वायरल वीडियो की पुष्टि जनसंवाद नही करता