जोगी परिवार से एक व्यक्ति की फॉर्म लेने की चर्चा जोरों पर , राज्य गठन के बाद से मरवाही में जोगी परिवार ही रहा है काबिज ,
गौरेला-पेण्ड्रा-मरवाही :- छत्तीसगढ़ राज्य गठन के बाद से लेकर अठारह साल तक मरवाही विधानसभा की सीट जोगी परिवार के खाते में ही दर्ज होती चली आ रही थी वही अजित जोगी के निधन के पश्यात रिक्त हुई मरवाही विधानसभा में हुए उपचुनाव में कांग्रेस से केके ध्रुव को प्रत्यासी बनाया गया जिसकी जीत के लिए पूरा मंत्रिमंडल विधायक और खुद प्रदेश के मुखिया ने अपनी पूरी ताकत झोंक दी थी नतीजा कांग्रेस लगभग 38 हजार के आंकड़े से विजयी होकर आई वही 2020 में हुए उपचुनाव में अमित जोगी का जाति मसले की वजह से नामांकन निरस्त कर दिया गया था नतीजतन जेसीसीजे से कोई भी प्रत्यासी चुनावी मैदान में शामिल नही था जिसका पूरा फायदा कांग्रेस को मिला और कांग्रेस इस सीट से विजयी हुई
राज्य बनने के बाद यह पहला मौका था जब मरवाही से जोगी परिवार से कोई भी विधायक नही बन सका .
जोगी परिवार से एक व्यक्ति की फॉर्म लेने की चर्चा जोरों पर : –
2023 के आमचुनाव कांग्रेस भाजपा समेत जेसीसीजे ने भी अपना अधिकृत प्रत्यासी के रूप में 2018 के चुनाव में अजित जोगी के खिलाफ कांग्रेस प्रत्यासी गुलाब राज पर भरोषा जताया है गुलाब राज 2018 के चुनाव में अजित जोगी के खिलाफ चुनाव में अपनी जमानत जप्त करवा चुके है . ऐसे में जोगी के नाम को अमर रखने के लिए जोगी परिवार के ही किसी व्यक्ति की नामांकन फॉर्म लेने की चर्चा जोरों पर है संभवतः सोमवार को नामांकन फॉर्म लें लिया जाएगा .
वही जोगी परिवार से निर्दलीय फॉर्म लेने वाले अभ्यर्थी के अधिकृत अधिवक्ता विजय मिश्रा ने बताया कि जोगी के नाम को जीवंत और अमर रखने के लिए मरवाही सीट से जोगी परिवार का ही कोई व्यक्ति विधायक होना चाहिए यही स्व. अजित प्रमोद जोगी को सच्ची श्रद्धांजलि होगी . वही जब विजय मिश्रा से पूछा गया कि जेसीसीजे ने अपने अधिकृत प्रत्यासी की घोषणा कर दी है उसपर बताया कि भले ही अधिकृत प्रत्यासी की घोषणा हो गई हो लेकिन जोगी परिवार का एक सदस्य इस चुनाव में निर्दलीय प्रत्यासी के रूप में अपना नामांकन भरेगा मरवाही सीट को जीतने के लिए स्व. अजित जोगी का नाम ही काफी है जो उन्हें जीत दिलाएगा
जैसे जैसे चुनावो की तारीख नजदीक आती जा रही है वैसे वैसे चुनावी सरगर्मियां भी जोरो से बढ़ रही है अगर जोगी परिवार से कोई निर्दलीय चुनावी मैदान में होगा तो कही न कही इसका नुकसान कांग्रेस भाजपा समेत जेसीसीजे को भी उठाना पड़ सकता है ऐसे में देखना दिलचस्प होगा कि आखिर मरवाही सीट जो सदैव से जोगी परिवार का गढ़ रही है उसमें इस बार जोगी परिवार के सदस्य किस रणनीति के तहत चुनाव को अपने पाले में डाल पाते है .