लोकसभा सीटों के लिए संभावित दावेदारों के रुप में अटकलों और क़यासों का दौर हुआ तेज , चौकाने वाले नाम आएंगे सामने , एक और आईएएस स्तीफा देकर कर सकते है लोकसभा में दावेदारी ,

लोकसभा सीटों के लिए संभावित दावेदारों के रुप में अटकलों और क़यासों का दौर हुआ तेज , चौकाने वाले नाम आएंगे सामने , एक और आईएएस स्तीफा देकर कर सकते है लोकसभा में दावेदारी ,
रायपुर : – लोकसभा सीटों के लिए संभावित दावेदारों के रूप में अटकलों और कयासो का दौर शुरू हो चुका है छत्तीसगढ़ की ग्यारह सीटो पर प्रत्याशियों का एलान किसी भी वक़्त हो सकता है प्रत्याशियों की लिस्ट में आने वाले नाम चौकाने वाले हो सकते है खबरे यह भी आ रही है एक दो सीटों को छोड़कर सभी जगहों पर बीजेपी नए चेहरों पर दांव खेलेगी जिसमे एक आईएएस का नाम है जो काफी चर्चाओं में बना हुआ है चूंकि राज्य गठन के बाद से कई आईएएस अधिकारी है जो प्रशासन से शासन में आकर एक नजीर पेश किया है ऐसा नजीर जिसमे सूबे की सत्ता और सियासत को ही पलट कर रख दिया . ऐसे ही एक आईएएस का नाम लोकसभा के लिए भी दौड़ रहा है ।
कौन है वो आईएएस अधिकारी : –
मूलतः राजनांदगांव के रहने वाले 2009 बैच के आईएएस पोषण चंद्राकर आईएएस से स्तीफा देकर भाजपा से अपनी दावेदारी पेश कर सकते है . कुर्मी ओबीसी वर्ग से आने वाले पोषण चंद्राकर नाम इसलिए चर्चाओं में है कि पोषण चंद्राकर का पूरा परिवार शुरू से ही जनसंघ और आरएसएस से जुड़ा हुआ है . इनकी पारिवारिक पृष्ठभूमि शुरू से ही भाजपा समर्पित रही है पोषण चंद्राकर के पिताजी नगर निगम में पार्षद भी रह चुके है साथ ही पोषण चंद्राकर केंद्र सरकार , राज्य सरकार और जिले के विभिन्न उच्च पदों पर आसीन रहकर अपनी सेवाएं दे चुके है वर्तमान में पोषण चंद्राकर बीज निगम के प्रबंध संचालक के पद पर पदस्थ है . भाजपा की सियासी रणनीति जिस तरह से कार्य कर रही है तो कहना गलत नही होगा कि उक्त आईएएस के चेहरे पर बीजेपी दांव खेल सकती है पोषण चंद्राकर युवा सोच , के साथ नए आइडियास और एक विजन के साथ काम करने वाले निर्विवाद अधिकारी है .
युवाओं के हाथों प्रदेश की बागडोर : –
विधानसभा चुनाव में जिस तरह से भाजपा ने प्रचंड बहुमत हासिल किया इसका एक बड़ा कारण युवाओं को मौका देना था इन युवा विधायको की टीम में जोश और उत्साह और फैसले लेने की ताकत विधानसभा की कार्रवाहियो में भी दिखलाई दिया वित्त मंत्री ओपी चौधरी भी एक ऐसा युवा तुर्क चेहरा है जिसने आईएएस से स्तीफा देकर चुनाव लड़ा और पूरे प्रदेश में सबसे ज्यादा अन्तर से जीत हासिल किया इसी तर्ज पर 2009 बैच के आईएएस पोषण चंद्राकर भी अपनी दावेदारी को लेकर चुनावी बिगुल फूंक दिया है निश्चित ही आईएएस धरातल से ऊपर उठकर सोच रखने वालो की टीम अगर कार्य करेगी तो प्रदेश की दशा और दिशा दोनों बदल जाएगी .
राजनांदगांव लोकसभा सीट हो सकती है फाइनल : –
राजनांदगांव लोकसभा पोषण चंद्राकर का गृह ग्राम है जहाँ से कुर्मी ओबीसी वर्ग की आबादी सबसे ज्यादा है राजनांदगांव सीट में 8 विधानसभा सीटे है जिसमे 6 सीट राजनांदगांव जिले में है और दो सीट कवर्धा (कबीरधाम ) जिले में आते है राजनांदगांव जिले के 6 विधानसभा सीटों में पांच सीटो में कांग्रेस का कब्जा है तो वही सिर्फ एक सीट ही बीजेपी के खाते में दर्ज है यह एक सीट राजनांदगांव सीट ही है जहाँ से पूर्व मुख्यमंत्री डॉक्टर रमन सिंह वर्तमान में विधायक है बताते चले कि डॉक्टर रमन सिंह भी मूलतः कवर्धा जिले से आते है मतलब रमन सिंह के पंद्रह साल के मुख्यमंत्रित्व काल होने के बाउजूद राजनांदगांव जिला भाजपा विहीन रहा है ऐसे में चुनावी बिसात जिस तरह से बिछती नजर आ रही है उससे लगता है कि बीजेपी इस बार ओबीसी कार्ड खेलकर पोषण चंद्राकर पर अपनी मुहर लगा सकती है .
क्यो आना चाहते है राजनीति में : –
पोषण चंद्राकर युवा चेहरा है जिसका अपना एक क्लीयर विजन है जिस विजन के साथ पोषण चंद्राकर आईएएस से स्तीफा देकर चुनाव में अपना भाग्य आजमाएंगे पोषण चंद्राकर युवाओं के लिए एक आइडियल चेहरा है निश्चित ही यह युवा चेहरा युवाओं की मूलभूत मांगो को लोकसभा के पटल पर रखेगे देश मे बढ़ती बेरोजगारी से झुझती युवा पीढ़ी के लिए रोजगार के बेहतर साधनो की उपलब्धता हो यह ज्यादा जरूरी और गंभीर हो जाता है निश्चित ही एक आईएएस के हाथों में प्रदेश के लोकसभा की बागडोर होगी तो लोकसभा सीट के साथ साथ प्रदेश को भी सही दिशा और मार्गदर्शन मिल पाएगा .
उल्लेखनीय है कि एक दो दिन में भाजपा अपने प्रत्याशियों की सूची जारी कर देगी जिसपर केंद्रीय भाजपा तमाम चिंतन और मंथन करने में लगी हुई है राजनांदगांव लोकसभा सीट से पोषण चंद्राकर का नाम कही न कही पहले पायदान में नजर आता है . चूंकि इस नाम की चर्चा प्रदेश से लेकर दिल्ली तक दौड़ रही है . अब देखना यह है कि नए समीकरण की इस सियासी दांवपेंच में केंद्रीय चुनाव समिति किस नाम पर मोहर लगाती है