लोकसभा चुनाव को लेकर सुगबुगाहट हुई तेज , फरवरी में जारी होगी लोकसभा प्रत्याशियों की सूची , रायपुर से विजय शंकर मिश्रा के नाम पर लग सकतीं है मुहर : –

लोकसभा चुनाव को लेकर सुगबुगाहट हुई तेज , फरवरी में जारी होगी लोकसभा प्रत्याशियों की सूची , रायपुर से विजय शंकर मिश्रा के नाम पर लग सकतीं है मुहर : –
राष्ट्रीय संगठन में साथ शाह ने कराया है विधानसभा की तरह सर्वे
रायपुर : – बीजेपी में लोकसभा चुनाव को लेकर सुगबुगाहट तेज हो गई है . वर्तमान में प्रदेश की 11 सीटो में 9 सीट बीजेपी कें पाले में दर्ज है वही दो सीटो में कांग्रेस का कब्जा है विधानसभा चुनाव में जिस तरह भाजपा ने करिश्माई परिणाम दिए है कुछ इसी तरह प्रत्याशियों ने नाम पर भी करिश्माई खेल होने वाला है 2019 के लोकसभा की तरह इस बार भी लोकसभा के चुनाव में ज्यादातर सीटों पर नए चेहरों पर दांव खेलने की तैयारी है एक या दो ही सीटों पर ही वर्तमान सांसदों को चुनाव लड़ाया जा सकता है , बाकी सीटों पर नए चेहरे शामिल हो सकते है . सर्वे रिपोर्ट में सभी सीटों के नाम भी दिल्ली तक पहुंच गए हैं . विधानसभा चुनाव की तर्क पर लोकसभा चुनाव में भी आचार संहिता लगने से पहले भाजपा अपने प्रत्याशी घोषित करने की तैयारी है . पहले तो 30 जनवरी को प्रत्याशी घोषित करने की तैयारी थी , लेकिन बिहार में चल रही राजनीतिक उठा पटक के कारण प्रत्याशियों की सूची फरवरी में आने की संभावना लगभग तय है
रायपुर से विजय शंकर मिश्रा पर लग सकती है मुहर : –
प्रदेश की राजधानी वाली लोकसभा सीट काफी चर्चित होने के साथ साथ महत्वपूर्ण भी है सूत्र बता रहे है कि इस बार रायपुर सीट से ब्राम्हण प्रत्यासी चुना जाना है जिसको लेकर कई नामो के कयास लगाए जा रहे है इसी में एक नाम जो राजधानी की सियासत में काफी चर्चा में बना हुआ है वह नाम विजय शंकर मिश्रा है . श्री मिश्रा मूलतः रायपुर के रहने वाले है और चिकित्सा सेवा के क्षेत्र में सक्रिय भूमिका में रहते है जिनकी शैक्षणिक योग्यता की अगर बात करे तो श्री मिश्रा ने BHMS की पढ़ाई की है इसके साथ ही पूर्व में रायपुर न्यायालय के लोक अदालत सदस्य भी रह चुके है . चिकित्सा सेवा के साथ साथ कानून विधिक के भी जानकार माने जाने वाले श्री मिश्रा लंबे समय से सक्रिय राजनीति में शामिल है .
1992 से संघी की शिक्षा दीक्षा पूरी कर 97 से सक्रिय राजनीति की भूमिका में : –
1978 में जन्मे श्री मिश्रा की शुरुआती संघर्षों की बात करे तो आज से 30 साल पहले वर्ष 1992 में श्री मिश्रा स्वयंसेवक संघ से जुड़े रहे है संघ की शिक्षा दीक्षा और संघ की रीति नीति को बखूबी समझ रखते है छः साल संघ से जुड़े रहने के बाद श्री मिश्रा ने भाजपा की सक्रिय राजनीति में कदम रखा . 97 से लेकर 2008 तक सक्रिय राजनीति में धरातल पर कार्य किया इसके बाद वर्ष 2008 में श्री मिश्रा को शक्ति केंद्र प्रभारी की जिम्मेदारी सौंपी गई पार्टी ने इनकी कर्मठता और कार्यकुशलता देखकर निरंतर कई महत्वपूर्ण जिम्मेदारी दी गई जिसे श्री मिश्रा ने बखूबी निभाया .
आपको बता दे विजय मिश्रा को भाजपा ने 2023 के विधानसभा चुनाव में घोषणा पत्र समिति का सदस्य बनाया था भाजपा की घोषणा पत्र और मोदी की गारंटी का परिणाम ही था कि भाजपा 2023 विधानसभा चुनाव में ऐतिहासिक जीत का परचम लहराई
लिहाजा यह कयास के साथ राजधानी की आमजनता भी ऐसा नेतृत्व चाहती है जो उनके बीच का हो और व्यक्तित्व ऐसा हो जो प्रदेश की राजधानी के महत्वपूर्ण मसलों को संसद के माध्यम से देश के पटल पर रख सके इस लिहाज से श्री मिश्रा वह नाम जिसपर आमजनता अपना विश्वास जता रही है और दावा यह किया जा रहा है कि हमेशा से भाजपा का गढ़ रही रायपुर सीट 2024 में भी भाजपा का किला साबित होगी










