अविभाजित मध्यप्रदेश का एकलौते महाविद्यालय की दुर्दशा , 200 छात्रों के बीच एक ही रेगुलर पोस्ट , जिम्नास्टिक हॉल बना प्राइवेट कबड्डी संघ का अड्डा , DMF की राशि में बंदरबांट ,

अविभाजित मध्यप्रदेश का एकलौते महाविद्यालय की दुर्दशा , 200 छात्रों के बीच एक ही रेगुलर पोस्ट , जिम्नास्टिक हॉल बना प्राइवेट कबड्डी संघ का अड्डा , DMF की राशि में बंदरबांट

पेण्ड्रा : – अविभाजित मध्यप्रदेश के समय से एकमात्र शासकीय फिजिकल कॉलेज जो आज अपनी दुर्दशा पर रो रहा हैं। क्षेत्र की सबसे पुरानी और ऐतिहासिक धरोहर शासकीय प्रशिक्षण संस्थान जहाँ दूर दराज ग्रामीण अंचल क्षेत्र के छात्र एवं छात्राये शारीरिक प्रशिक्षण प्राप्त करते है एवं आस पास गांव के प्रतिभावान खिलाड़ी अपनी खेल कला को ऊंची उड़ान देते है, मगर देखरेख के अभाव में यह पूरा भवन खंडहर में तब्दील होता जा रहा है।

200 छात्र – छात्राओं के बीच एक ही रेगुलर पोस्ट –

शारीरिक प्रशिक्षण संस्थान में संचालित Bped एवं Dped पाठ्यक्रम में लगभग 200 छात्र/ छात्राएं अध्ययनरत है . 200 छात्र छात्राओं के बीच एक ही रेगुलर शिक्षक है बाकी अटैच शिक्षक और व्यायाम शिक्षक के माथे पूरा महाविद्यालय संचालित हो रहा है प्रदेश के एकमात्र शासकीय प्रशिक्षण संस्थान में लगभग ग्यारह पद रिक्त है जहाँ एक ही रेगुलर पद है शेष 10 पद रिक्त है इस गंभीर मसले पर कई बार शासन और प्रशासन का ध्यानाकर्षण तो कराया गया मगर इसके बाद भी शासन और प्रशासन निरंकुश बना बैठा है  .
बताते चले कि शारीरिक प्रशिक्षण संस्थान में ट्रांसफर और पोस्टिंग DPI लोक शिक्षण संचलनालय रायपुर द्वारा संचालित होता है।  लोक शिक्षण संचलनालय द्वारा 2016 के बाद से एक भी नई नियुक्ति नही हुई न ही फूल फ्लैश प्राचार्य की नियुक्ति की गई है .

जिम्नास्टिक हॉल बना प्राइवेट संघ का अड्डा : –


शासकीय प्रशिक्षण संस्थान का जिम्नास्टिक हॉल जिसका निर्माण करोड़ो की लागत से किया गया और उम्मीद जगाई गई कि अब इस क्षेत्र से  खिलाड़ियों का भविष्य निखरेगा और यहाँ से भी विभिन्न खेलो के रूल-रेगुलेशन में निपुण प्रशिक्षार्थी देश मे क्षेत्र और अपना नाम रौशन करेगे .  मगर अधिकारियो की साठ-गांठ और अनदेखी का नतीजा यह निकला कि जिम्नास्टिक हॉल को फिजिकल के छात्र छात्राओं के लिए पूरी तरह प्रतिबंधित कर दिया गया और हॉल को एक प्राइवेट कबड्डी संघ को दे दिया गया जहाँ उक्त प्राइवेट संघ द्वारा बिना किसी आदेश के मनमाने तरीके से तोड़फोड़ किया जा रहा है तोड़फोड़ के इस गंभीर मामले में जिला शिक्षा अधिकारी ने अनभिज्ञता जाहिर करते हुए बताया कि इस तरह तोड़फोड़ का आदेश नही दिया गया है . जबकि फिजिकल के छात्र छात्राएं यहाँ तमाम खेलो का प्रशिक्षण प्राप्त करते थे .
बताते चले कि जिम्नास्टिक हॉल में विभिन्न इंडोर खेलो एवं जिम की व्यवस्था परीक्षार्थियों के लिए उपलब्ध कराई जाती हैं . मगर आज फिजिकल के छात्र छात्राओं के लिए इस हॉल को प्रतिबंधित कर दिया गया है ऐसे में सवाल यह उठता है कि फिजिकल के छात्र छात्राएं आखिर खेल और व्यायाम के लिए आखिर कहा जायेगे .

प्रशिक्षण संस्थान में DMF राशि का दुरुपयोग मामला न्यायालय में : –

हालही में शासकीय प्रशिक्षण संस्थान में DMF की राशि से महाविद्यालय के जीर्णोद्धार के लिए 42 लाख 76 हजार का कार्य स्वीकृत हुआ  उक्त कार्य की राशि मे जमकर घोटाला किया गया, टीन शेड और पुट्ठी कर लाखो की राशि का आहरण कर लिया गया . जहाँ बरसात के मौसम में छत टपक रही है महज एक साल में ही DMF की लाखो की राशि पानी के मोल बह गई , घोटाला हुआ और इस घोटाले की गूंज जब न्यायालय तक पहुँची तब
न्यायालय ने कड़े शब्दों में नाराजगी जाहिर करते हुए विभाग को फटकार लगाई और मामले की जांच के लिए विभाग को नोटिस जारी कर दिया इसके बाद भी फिजिकल कॉलेज की भर्राशाही रुकने का नाम नही ले रही है अधिकारी प्रशासन मदमस्त होकर शैक्षणिक संस्थान को बर्बाद करने में लगे हुए है और अपने निजी स्वार्थ के लिए फिजिकल के छात्र छात्राओं के लिए बने इस भवन को प्राइवेट संघ को दे दिए है उक्त मामले में भी जिला शिक्षा अधिकारी जो फिजिकल के प्रभारी प्राचार्य है उन्हें इसकी सूचना तक नही है .

मामले में लोक शिक्षण संचनालय के DPI अनिल मिश्रा से बात की गई तो उन्होंने भी मामले में अनभिज्ञता जाहिर की वही मामला संज्ञान के में आने के बाद तत्काल कार्रवाही किये जाने का आश्वाशन दिया गया .

महत्वपूर्ण विषय है कि किसी भी देश के निर्माण में शिक्षा महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है वही देश की रीढ़ को कमजोर करने का प्रयास किया जा रहा है जबकि होना यह चाहिए कि प्रदेश की एकमात्र ऐतिहासिक धरोहर का कायाकल्प होना चाहिए इसके साथ ही रिक्त पदों पर शिक्षकों नियुक्ति की जानी चाहिए और जर्जर होते भवन का पुनर्निर्माण किया जाना चाहिए मगर इस ओर ध्यान न देते हुए प्रशासन पंगु बना बैठा है   ।

Related Articles

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *