मनेन्द्रगढ़ के पूर्व विधायक सिंह के निधन की सूचना विलंब से देने पर पक्ष-विपक्ष ने जताई नाराजगी

रायपुर। मनेन्द्रगढ़ के पूर्व विधायक विजय सिंह के निधन की सूचना विलंब से देने के मामले पर मानसून सत्र के अंतिम दिन शुक्रवार को विधानसभा में सत्ता और विपक्ष के सदस्यों ने नाराजगी जताई। इस पर विधानसभा अध्यक्ष डॉ. रमन सिंह ने कहा कि दिवंगत पूर्व विधायक का विलंब से सूचना आना आपत्तिजनक और अनुचित है। बाद में दिवंगत पूर्व विधायक को श्रद्धांजलि दी गई।
अविभाजित मध्यप्रदेश में मनेन्द्रगढ़ के दो बार के विधायक विजय सिंह का विगत 17 जुलाई को निधन हो गया। प्रदेश के चार और दिवंगत पूर्व विधायकों को श्रद्धांजलि दी गई लेकिन पूर्व विधायक विजय सिंह के निधन की सूचना विधानसभा सचिवालय को नहीं मिलने के कारण उन्हें श्रद्धांजलि नहीं दी जा सकी। प्रश्नकाल शुरू होने से पहले पूर्व मंत्री अजय चंद्राकर ने यह मामला उठाया और कहा कि आसंदी से आग्रह किया कि इस विषय को शासन को संज्ञान में लेने के लिए निर्देशित करें। नेता प्रतिपक्ष डॉ. चरण दास महंत ने भी इस पर सहमति जताई और कहा कि यह बहुत बड़ी त्रुटि है जैसा कि नियम है कि कलेक्टर से निधन की सूचना नहीं मिलने की वजह से सदन में इसका उल्लेख नहीं किया जा सकता है। डॉ. महंत ने कहा कि कलेक्टर के माध्यम से गलत काम हो रहा है। इस तरह की चूक नहीं होनी चाहिए।
विधानसभा अध्यक्ष डॉ. रमन सिंह ने कहा कि जेडी का सर्कुलर है कि सांसद और विधायकों के निधन की सूचना विधानसभा को तुरंत दी जाए। मगर दिवंगत विधायक की सूचना विलंब से आई है, यह आपत्तिजनक और अनुचित है। इससे प्रदेश की स्थिति को समझा जा सकता है। उन्होंने शासन को इस विषय को ध्यान देने के लिए निर्देशित किया। बाद में डॉ. रमन सिंह, कृषि मंत्री रामविचार नेताम और अन्य सदस्यों ने दिवंगत पूर्व विधायक विजय सिंह को श्रद्धांजलि दी। इसके अलावा मध्यप्रदेश से राज्यसभा के पूर्व सदस्य प्रभात झा को भी सदन में श्रद्धांजलि दी गई। दिवंगतों के सम्मान में सदन की कार्रवाई पांच मिनट के लिए स्थगित की गई।