नए रायपुर में बने करोड़ो के भवनो की हालत जर्जर , जर्जर भवनों में होती है जमकर शराबखोरी , NRDA की अनदेखी ,

नए रायपुर में बने करोड़ो के भवनो की हालत जर्जर , जर्जर भवनों में होती है जमकर शराबखोरी , NRDA की अनदेखी

रायपुर : – नए रायपुर में करोड़ो की लागत से भवन तो निर्माण हो गए मगर देखरेख की अभाव में लगभग भवन जर्जर हालत में है यह जर्जर होते भवन नशेड़ियों के लिए ऐय्यासी का अड्डा बन चुका है जहाँ आये दिन किसी न किसी प्रकार की वारदाते सामने आते ही रहती है . हो रही इन वारदातों में NRDA(नया रायपुर डेवलपमेंट अथॉरिटी ) की अनदेखी साफ नजर आती है जबकि करोड़ो के भवनों के मेंटनेंट्स के नाम पर करोड़ो रूपये तो फुंके जा रहे है मगर यह मेंटनेंस सिर्फ कागजो में ही होता है मगर धरातल की कहानी तो कुछ और ही बया करती है .

करोड़ो की लागत से निर्मित भवनों की हालत जर्जर :-

नए रायपुर को डेवलपमेंट के लिए शासन प्रतिवर्ष करोड़ो रूपये की राशि की खर्च तो करती है मगर यह राशि कहा खर्च होती है यह समझ से परे है क्योंकि नए रायपुर के सेक्टर 21 में बने बने भवनों की हालत जर्जर होती जा रही है इन जर्जर होते भवनों में तमाम तरह की अश्लीलताये फैलाई जा रही है वही असामाजिक तत्वों द्वारा शासकीय संपति को नुकसान भी पहुँचाया जा रहा है कही ग्लास टूटे है तो कही फ्लोर टूटा हुआ है चारो ओर से भवनों की हालत इस कदर बत्तर हो चुकी है इन भवनों के गेट भी टूटे हुए है इन टूटे हुए गेटों में न तो चौकीदार होता है न ही किसी प्रकार की सुरक्षा के इंतजामात है इसकी वजह से शराबी और असामाजिक लोग रात होते ही इसे अय्यासी का अड्डा समझकर इस्तेमाल करते है करोडो के इस भवन में अश्लील सामग्रियों के भी अंबार लगा हुआ है चुंकि इन भवनों के पास लाइट की भी सुविधाएं नही है अंधेरे का फायदा उठाकर असमाजिक तत्व इन भवनों में दाखिल होते है और तमाम गंदगी फैलाते है NRDA जिसका जिम्मा है इन भवनों की देखभाल करे मगर NRDA भी कुम्भकर्णीय नींद में है जिसको न तो इन भवनों की चिंता है न ही शासन के बजट की .

शराबियों का अड्डा बना नया रायपुर : –

जैसे ही रात होती है वैसे ही शराबियों के लिए नया रायपुर गुलजार हो जाता है शराबी अपनी शराब की बोतलें लेकर धुप्प अंधेरे का फायदा उठाते हुए जहाँ तहां बैठकर शराबखोरी करते है और शराब की बोतलों को भी वही फोड़ देते है इतना ही नही यह शराबी नशे में सरकारी संपत्तियों को भी नुकसान पहुँचाने से भी बाज नही आ रहे है खुलेआम हो रही शराबखोरी में न तो एनआरडीए अपनी रुचि दिखाता है न ही इन इलाकों में पुलिस पेट्रोलिंग होती है इसका फायदा शराबी भी पूरी तरह उठाते है और जमकर ऐय्यासी करते है .

थाने से दूरी होने का फायदा उठाते है शराबी पुलिस भी नही देती ध्यान : –

दरअसल नए रायपुर के इन इलाकों से थाने भी काफी दूरी में है मंदिर हसौद थाने क्षेत्र में आने वाले इस क्षेत्र से मंदिर हसौद थाने की दूरी लगभग 20 किलोमीटर है और राखी थाना का क्षेत्र न होने की वजह से राखी थाना इस ओर ध्यान नही देता दूरी की वजह से पुलिस पेट्रोलिंग भी नही होती है जिसका पूरा फायदा शराबियों को मिलता है शराबी शराब भी पीते है और सरकारी संपत्तियों को नुकसान भी पहुँचाते है .

एक तरफ जहां नए रायपुर में सचिवालय मंत्रालय पुलिस मुख्यालय सहित तमाम सरकारी भवन स्थित है ऐसे में इस तरह की शराबखोरी और अय्यासी की वारदातें शासन और प्रशासन को भी मुँहबाये चिढ़ाते हुए नजर आते है  इन खंडहर हो रहे भवन और करोड़ो की सरकारी संपत्ति नष्ट होने पर जवाबदेही तय की जानी चाहिए और इसकी जांच कराई जानी चाहिए कि मेंटनेंस के नाम पर NRDA कितनी राशि कहा कहा खर्च करता है . जबकिं भवनों और नए रायपुर की तस्वीरें कुछ अलग ही बयां करती नजर आती है .

Related Articles

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *