संचनालय के स्थापना शाखा प्रभारी की खुल्लम खुल्ला दंबगई , शासकीय अधिकारी ने ही शासकीय कार्यालय बंद करा उड़ाई नियमो की धज्जियां ,

संचनालय के स्थापना शाखा प्रभारी की खुल्लम खुल्ला दंबगई , शासकीय अधिकारी ने ही शासकीय कार्यालय बंद करा उड़ाई नियमो की धज्जियां
रायपुर :- संचनालय महिला एवं बाल बाल विकास में एक अजीबोगरीब मामला सामने आया है . जहाँ संचनालय के स्थापना अधिकारी द्वारा खुल्लम खुल्ला धमकी देते हुए पूरे कार्यालय को ही बंद करा दिया इतना ही नही अन्य कर्मचारियों को भी गेट में ही रोक दिया और खुलेआम धमकी देते हुए नजर आए .
दरअसल मामले में संचनालय के स्थापना अधिकारी रामजतन कुशवाहा के अधीनस्थ कार्य करने वाले अंसारी जो सहायक संचालक है और बाल विकास परियोजना अधिकारी अमित सिन्हा के बीच जमकर नोकझोक हुई इस नोकझोक में स्थापना अधिकारी ने एकपक्षीय अंसारी का पक्ष लेते हुए पूरे कार्यालय में जमकर उत्पाद मचाया और कार्यालय के गेट को बंद कर दिया . जबकिं संचनालय में स्थापना शाखा के प्रभारी का यह जिम्मेदारी होती है कि किसी भी प्रकार की वाद विवाद हो या अधिकारियों में मतभेद की गुत्थी हो इसे सामजस्यता बैठाते हुए सुलझाना है मगर स्थापना अधिकारी ही जब इस तरह खुलेआम गुंडई करने लगेंगे तो अन्य कर्मचारियों पर इसका किस तरह का प्रभाव पड़ेगा या सोचनीय और गंभीर विषय है .
जबकिं नियमतः अगर किसी भी प्रकार की कार्यालय में वाद विवाद की स्थिति निर्मित होती है तो मामले की सूचना उच्चाधिकारी को दी जानी चाहिए मगर यहाँ तो स्थापना अधिकारी ही पूरे संचनालय में हड़ताल जैसी स्थिति को निर्मित कर दिए है . इस तरह के कृत्य से कही न कही पूरे विभाग के ऊपर एक बड़ा सवालिया निशान खड़ा होता है . इस तरह कार्यालय को बंद कराना और किसी को भीतर प्रवेश न देना यह स्थापना शाखा के अधिकारी की निरंकुशता को झलकाता है साथ ही यह सिविल सेवा आचरण का भी खुला उलग्घन है
अब देखना यह कि उक्त गंभीर मामले में इस स्थापना अधिकारी पर क्या कार्रवाही की जाती है या इसी तरह ऐसे अधिकारी को खुली छूट दे दी जाएगी कि यह संचनालय में भी अपनी दादागिरी चलाते रहेंगे.