सूबे की राजधानी सिलतरा में सरकार की नाक के नीचे पनप रहा डिस्टलरी(शराब फेक्ट्री)
का अवैध कारोबार , अनवर ढेबर सहित ब्यूरोक्रेट के लोग मिलकर सिलतरा में चला रहे यूनिट
सूबे की राजधानी सिलतरा में सरकार की नाक के नीचे पनप रहा डिस्टलरी(शराब फेक्ट्री)
का अवैध कारोबार , अनवर ढेबर सहित ब्यूरोक्रेट के लोग मिलकर सिलतरा में चला रहे यूनिट
रायपुर : – सूबे की राजधानी में सरकार के नाक के नीचे डिस्टलरी का अवैध कारोबार धड़ल्ले से पनप रहा है जिसमे अनवर ढेबर सहित कई नामचीन अफसर शामिल है जो इस यूनिट को संचालित कर रहे है जहाँ से शराब बनाने और खपाने का कारोबार चलाया जा रहा है गौरतलब है कि यह अवैध कारोबार राजधानी से लगा हुए इलाके में चल रहा है मगर इस ओर किसी का ध्यान नही है जबकिं यह अवैध कारोबार कांग्रेस की सत्ता के समय से अनवरत संचालित हो रहा है .
सूत्रों से मिली जानकारी अनुसार इस यूनिट का संचालक अतुल सिन्हा है जिसपर ईडी की जांच चल रही है और शराब घोटाले मामले को लेकर कई बार पूछताछ भी की जा चुकी है . मिली जानकारी अनुसार NV डिस्टलरी नामक इस यूनिट में कई और भी पार्टनर भी शामिल है जिसमे IAS अनिल टूटेजा , अरविंद सिंह , अरुनपति त्रिपाठी जो वर्तमान में जेल की सलाखों के पीछे है और अतुल सिंह जो इसका मास्टरमाइंड और मेंन खिलाड़ी है . यह पांच लोग मिलकर इस यूनिट को चला रहे है .
आपको बता दे यह NV डिस्टलरी पुरानी शराब तस्कर ग्रुप है जो अंबाला से संचालित होती है जो लंबे समय से इस अवैध कारोबार में संलिप्त है चूंकि पंजाब से लेकर कई जगह इनका अवैध कारोबार का धंधा जोरो से चल रहा है इसी का फायदा उठाते हुए यह ग्रुप अब छत्तीसगढ़ जैसे राज्य में भी अपना पैर पसार रहा है और बेधड़क होकर अवैध शराब की स्मगलिंग कर रहा है इस यूनिट से जो शराब बनाई जाती है उसका ब्रांड पार्टी स्पेशल नाम से बिकता है जो रायपुर से लेकर तमाम शहरों में सप्लाई दी जा रही है .
तत्कालीन भूपेश सरकार अपने चुनावी घोषणा में शराब बंदी को लेकर तमाम दावे और वादों के साथ हाथ मे गंगाजल उठाके कसम खाई की राज्य में पूर्ण रूप से शराब बन्दी होगी शराब बंदी तो नही हुई इसके इतर सरकार खुद शराब बेचने में लग गई जिसमे भी बड़े बड़े घोटाले हुए जिसमे सरकार समेत सरकार की नुमाइंदगी करने वाले तमाम प्रशासनिक अमले के लोग भी शामिल है जिसका खुलासा परिवर्तन निदेशालय ने अपनी जांच में किया है
यही कारण था कि मात्र पांच साल में ही प्रदेश की जनता भ्रष्टाचार से तंग आ चुकी थी और कांग्रेस की सरकार को जड़ से उखाड़ फेंका
अब जब भाजपा की सरकार आ गई है तब उम्मीद और कयास बढ़ जाते है कि चूंकि पांच साल भाजपा सरकार ने कांग्रेस को शराब बंदी के मुद्दों में जमकर घेरा है अब देखने वाली बात यह है कि सरकार की नाक के नीचे राजधानी में चल रहे अवैध डिस्टलरी को कैसे बंद कराती है या इन शराब माफियाओं के आगे नस्तमस्तक होकर खुली छूट दे देती है .