नकली शराब बनाने वाले अंतर्राज्यीय गिरोह का भंडाफोड़ , 5 आरोपी गिरफ्तार ,
मुंगेली : – मुंगेली पुलिस नकली शराब बनाने वाले अंतर्राज्यीय गिरोह का पर्दाफाश किया है .
मामले में पांच आरोपी गिरफ्तार भी किए गए है . यह गिरोह शासकीय देशी शराब की नकल बनाकर देशी प्लेन मदिरा बनाकर अन्य राज्यो में बचने का कार्य करता था जिस गिरोह का पथरिया पुलिस ने भंडाफोड़ किया है .
दरअसल मामला मुंगेली जिले के पथरिया थाना का है जहाँ लंबे समय से नकली शराब बनाने का कारोबार व्यापक स्तर पर चलाया जा रहा था मुखबीर से मिली सूचना पर मुंगेली एसपी गिरजा शंकर जायसवाल ने त्वरित कार्रवाही किए जाने के निर्देश दिए मामला पथरिया थाना अन्तर्गत आने वाले ग्राम घुठेली का है जहाँ गांव के ही तालाब के समीप लंबे समय से शराब भट्टी में काम वाला जाकिर खान गांव में ही अपने सहयोगी नारायण राजपूत और अन्य लोगों के साथ मिलकर शासकीय शराब दुकानों में मिलने वाली देशी प्लेन मदिरा बनाकर मुंगेली से अन्य राज्यो में सप्लाई का कार्य करता है मामले की सूचना तस्दीक कार्रवाही हेतु एसपी ने टीम बनाकर भेजा देखते ही पुलिस के तो जैसे होश उड़ गए
नकली होलोग्राम से लेकर नकली शराब की सारी तकनीके जप्त : –
नकली शराब बनाने के लिए जिन जिन तकनीकों का उपयोग होता है वह सभी तकनीकी सामग्रियां आरोपियों से जप्ती की गई आरोपियों से केमिकल युक्त (सीट) सफेद रंग का प्लास्टिक खाली डब्बा , देशी मदिरा का होलोग्राम , देशी मदिरा का स्टिकर , 180 एमएल क्षमता वाली शीशी का ढक्कन लगभग 50 नग , दक्कन के साथ साथ 180 एमएल वाली शीशी , 24 पेटी देशी प्लेन मदिरा जिसमे प्रत्येक पेटी में 48-48 शीशी 180 एमएल क्षमता वाली जिसकी कीमत 92160 है नापने के लिए एल्कोहलिक मीटर , मशीन दक्कन सील पैक करने के लिए खाली कार्टून समेत अन्य सामग्रियां पुलिस द्वारा जप्त की गई है . इन सभी तकनीकों का उपयोग कर आरोपी नकली शराब का कारोबार धड़ल्ले से चला रहे थे और यह नकली शराब अन्य राज्यो में भी सप्लाई करते थे . मामले में महत्वपूर्ण विषय यह है कि आखिर इन आरोपियों तक यह होलोग्राम शराब बनाने वाली स्प्रिट आई कहां से इनके तार कहा तक जुड़े हुए है इसकी सूक्ष्मता से जांच कराए जाने की जरूरत है .
नकली होलोग्राम का बड़ा खेल : –
नकली होलोग्राम के इस खेल में सरकार और राजस्व को बड़ा नुकसान होता है चूंकि इन नकली होलोग्राम वाली शराब का सरकार के पास कोई रिकार्ड नही होता जिसकी वजह से शराब कारोबारी नकली होलोग्राम लगाकर सरकार को नही बल्कि लोगो के स्वास्थ से भी खिलवाड़ कर रहे है . आबकारी विभाग के एक अधिकारी ने बताया कि शराब की बोतलों पर लगने वाला होलोग्राम सिर्फ करंसी मशीन में छप सकता है . ऐसी मशीन सिर्फ सरकार से अनुमति मिलने के बाद ही विभाग को मिल सकती है . ऐसे में सवाल यह उठता है कि यह शराब माफिया आखिर नकली होलोग्राम कहां तैयार करवा रहे हैं सरकार और विभाग के लिए यह यक्ष प्रश्न है . लगातार इस तरह के मामले सामने आते रहते है लेकिन इसका कोई हल नजर नही आता इसकी वजह से सरकार और राजस्व में हर साल करोड़ों का नुकसान होता है .
निश्चित ही उक्त गंभीर मसले पर सरकार और एक्साइज विभाग को इस ओर गंभीरता दिखानी होगी ताकि इस तरह से नकली शराब के कारोबार पर नकेल कसी जा सके यह महज राजस्व का ही मसला नही है इस नकली केमिकल युक्त शराब लोगो के स्वास्थ जीवन मे असर डाल रहा है .