नगरीय निकाय पेण्ड्रा : – भईया की कुंडली मे नक्षत्रों का प्रभाव , छोटा भाई इस मौके में ढूंढ रहे संभावना , सेठ जी मदमस्ती से लगे है प्रचार में : –

नगरीय निकाय पेण्ड्रा : – भईया की कुंडली मे नक्षत्रों का प्रभाव , छोटा भाई इस मौके में ढूंढ रहे संभावना , सेठ जी मदमस्ती से लगे है प्रचार में : –

पेण्ड्रा : – ज्योतिष शास्त्र के मुताबिक नक्षत्रों का प्रभाव किसी व्यक्ति के स्वभाव , जीवनशैली , और भाग्य पर पड़ता है . नक्षत्रों में दोष सुधारने के लिए कई पंडित संत महात्मा कुंडली देखकर पूजा अर्चना भी करते है इस समय भईया को इसकी सबसे ज्यादा जरूरत है क्यो कि भईया की कुंडली मे कही न कही दोष है मगर समस्या यह है कि कुंडली दोष की पूजा लंबी होती है अब चुनाव की तारीख नजदीक है और मैनेजमेंट बड़ा तो अभी पूजा पाठ करा पाना असंभव जैसा है . नक्षत्रों की बात इसलिए हो रही है कि अभी तक सब ठीक चल रहा था मगर भईया का नक्षत्र खराब कहिए या भाग्य का खेल वजह चाहे जो हो मगर उनकी टीम के एक शख्स का फेसबुक पोस्ट जमकर शहर में वायरल हो रहा है . इस पोस्ट में जाति धर्म विशेष को लेकर टिप्पड़ी है चुनावी समय में ऐसी पोस्ट आई तो हाहाकार मचना ही था . इस पोस्ट के बाद शहर में अलग माहौल हो गया जैसे पूरा पासा पलट गया हो . हालांकि भईया पोस्ट को खारिज करते हुए पोस्ट को गलत ही बता रहे है लेकिन ऐसे संवेदनशील समय मे ऐसी पोस्ट आना भईया के बिगड़ते नक्षत्रों की तरफ ही इशारा करता है .

हमने पहले ही बताया है भईया का मैनेजमेंट तगड़ा है मगर सवाल यह है कि भईया अपना जनाधार बढ़ाये की डेमेज कंट्रोल करे . हालांकि भईया ने मामले को आगे बढ़ने नही दिया मामले को सुलझाते हुए पोस्ट डिलीट कराई गई और माफी भी मंगवा ली गई . मगर अब समय डिजिटल हो चुका और उक्त पोस्ट का स्क्रीन शॉट और कई गहमा गहमी संवाद का स्क्रीन शॉट बाजार में दौडने लगा है . चुनावी समय है लोग भी तरह तरह की बाते करने लगे है अभी ये हाल है तो सोचो जीतने के बाद क्या होगा ?

कही न कही इससे भईया की छवि पर बड़ा असर पड़ा है . समय होता तो सलाह यह थी कि इस महाकुम्भ में भईया डुबकी लगा आते लेकिन उसमें भी समस्याएं जाम इतना लंबा है कि उनके पहुँचते तक चुनाव ही खत्म हो जाएगा . ऐसे में देखना यह है कि भईया कैसे पूरे मामले में खुद को किनारे करते है अगर इस पोस्ट से मामला बिगड़ा तो भईया के मैनेजमेंट को नही नक्षत्रों को हो दोष दिया जा सकता है .

छोटा भाई को मौका : –

फेसबुक पोस्ट और शहर में हुई गहमागहमी में छोटा भाई खुद की संभावनाएं तलाशने में लग गए है . छोटे भाई और भईया की राजनीतिक कहिए या आपसी मगर पांच सालों में आपस की प्रतिद्वंतत्ता शहर में खुलकर दिखलाई पड़ी . बताते है छोटे भाई को राजनीति में लाने वाले भईया ही है उनके की नक्से कदम में चलकर छोटे ने सफलताओं की सीढ़ी चढ़ी थी .मगर अचानक क्या हुआ कि राजनेतिक और आपसी संबंध ही खराब हो गए यह तो छोटा भाई और बड़े भईया ही बताएंगे . आमने सामने की पांच साल की प्रतिद्वंतत्ता के बाद लोगो को लगा मामला शांत होगा लेकिन छोटे भाई के चुनावी रण में कूदने से यह प्रतिद्वंतत्ता और बढ़ गई इनके लोग भी गुटों में बंट गए . बताते है कि छोटे भाई ने चुनाव के पहले ही पूजा पाठ करवा लिया था और एक संत ने उनसे राजयोग प्रबल होने की बात कही थी जिससे छोटे भाई का आत्मविश्वास और भी मजबूत हो गया . अब नक्षत्र राशि ज्योतिष विद्या जीवन मे कितना प्रभाव डालती है यह जल्द ही सबके सामने होगा ।

सेठ जी का प्रचार  : –

सेठ जी पूरे तन्मयता से नामांकन के दिन से ही प्रचार शुरु कर दिए है . सेठ जी जिस उत्साह और आत्मविश्वास से बढ़ रहे है उससे लगता है सेठ जी कारोबार के साथ जनता को भी समय दे देंगे लोग भी कह रहे है सेठ जी भरे पेट के व्यक्ति है उनके आने में शहर के विकास की संभावनाएं बढ़ जाएगी . मगर सेठजी ने अभी तक अपना पाँच साल का विजन नही दिए है . नामांकन रैली में संघठन की एकजुटता से यह संदेश तो सेठ जी ने दिया कि हम सब एक है अगर इसमे भीतरघात नही हुआ तो सेठ जी के लिए सफर आसान हो जाएगा . सेठ जी के साथ एक प्लस यह भी है कि सेठ जी जिस पार्टी से उनका अपना कैडर वोट है और युवा होती पीढ़ी का झुकाव इस ओर ज्यादा है . पहली बार मतदान करने वाले युवाओं का आंकड़ा भी इस बार बढा है अगर यह युवा एकतरफा पार्टी के पक्ष में आ गए तो यहाँ दोनों की मुश्किले बढ़ सकती है .

Related Articles

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *