पहले कैम्पा प्रमुख अब वन प्रमुख बनकर 6 सालों से जंगल विभाग को लूटने वाले IFS राव के कारनामे , वन रक्षक भर्ती और कैम्पा घोटाले का सरगना पर जांचोपरांत कार्रवाही की मांग – ननकी राम कंवर

पहले कैम्पा प्रमुख अब वन प्रमुख बनकर 6 सालों से जंगल विभाग को लूटने वाले IFS राव के कारनामे , वन रक्षक भर्ती और कैम्पा घोटाले का सरगना पर जांचोपरांत कार्रवाही की मांग – ननकी राम कंवर

रायपुर – जंगल विभाग एक ऐसा विभाग है जहाँ जो जितना बड़ा घोटालेबाज उसे उतनी तरक्की मिलती है , इस तरक्की की सीढ़ी चढ़ते हुए IFS श्रीनिवासन राव ने इतनी अकूत संपत्ति बना ली है कि अब कोई इनका बाल भी बांका नही कर सकता है। तत्कालीन कांग्रेस की सरकार के समय इस IFS अधिकारी ने सरकारी एजेंट बनकर कार्य किया पहले तो इस एजेंट को तत्कालीन सरकार ने कैम्पा का प्रमुख बनाया जहाँ इस अधिकारी ने जंगल को खोखला करते हुए ऐसे ऐसे घोटाले की पटकथा लिखी की सरकार और इस सरकारी एजेंट ने दिन दूना रात चौगुनी तरक्की की , जब मामले में शिकायत और जांच हुई तो पता चला कि कैम्पा में करोड़ो का घोटाला हो गया और इस घोटाले का मुख्य सरगना यही एजेंट IFS श्रीनिवासन राव निकला। उम्मीद थी कि इस घोटाले के बाद इस एजेंट पर कार्रवाही होगी मगर कार्रवाही तो दूर तत्कालीन सरकार ने इस घोटाले का इनाम इस एजेंट को सात आईएफएस अधिकारी को पछाड़ते हुए इन्हें वन प्रमुख का पद देकर नवाजा था ।

6 सालों से लूट से खड़ा हुआ साम्राज्य –
कहते है कि लूट के पैसे से घर नही बनता लेकिन सरकार चाह ले और कोई अधिकारी सरकार का एजेंट बन जाएं तो घर ही नही पूरा का पूरा साम्राज्य खड़ा हो सकता है। इसी का जीता जागता उदाहरण है श्रीनिवासन राव जिसने कैम्पा फंड और वन प्रमुख रहते हुए हैदराबाद में लगभग 25 करोड़ की लागत से आलीशान बंगला , कई शॉपिंग मॉल , लक्जरी गाड़ियों का काफिले के साथ कई सौ करोड़ की बेनामी संपत्ति बनाई है। इनपर घोटालों की इतनी लंबी फेहरिश्त है कि अगर जांच हुई तो राज्य के बजट का एक बड़ा हिस्सा इस अधिकारी ने ही डकार लिया है। इस लूट और घोटाले की रकम से इसने आज पूरा का पूरा साम्राज्य खड़ा कर दिया है।

ननकी राम कंवर की शिकायत से ध्वस्त हो सकता है यह साम्राज्य –
पूर्व गृह , जेल एवं सहकारिता मंत्री रह चुके भाजपा के वरिष्ठ नेता ननकी राम कंवर ने इस घोटालेबाज IFS श्रीनिवासन राव की शिकायत प्रधानमंत्री , गृहमंत्री से जांचोपरांत कार्रवाही की मांग की है। ननकी राम कंवर ने अपने शिकायती पत्र में बताया कि श्रीनिवासन राव कांग्रेस सरकार में सरकार का एजेंट बनकर कैम्पा फंड का जमकर दुरुपयोग करते हुए कई करोड़ के घोटाले को अंजाम दिया है इतना ही नही इस अधिकारी ने बेरोजगार युवाओं के भविष्य से भी खिलवाड़ करते हुए वनरक्षक भर्ती में बड़ा पैसों का लेनदेन करते हुए अपने चहेतों को पद दिलाने के नाम पर भ्रष्टाचार को अंजाम दिया है जंगल तो जंगल युवाओ के भविष्य से खिलवाड़ करने वाले इस विवादित घोटालेबाज अधिकारी पर कार्रवाही किये जाने की मांग की है।

किन किन बिन्दुओ पर शिकायत –
ननकी राम कंवर ने मामले की शिकायत बिंदुवार प्रधानमंत्री और गृहमंत्री से करते हुए IFS श्रीनिवासन राव पर कई गंभीर आरोप लगाते हुए जांच की मांग की है जिसमे वनरक्षक भर्ती में भ्रष्टाचार का मामला आलेखित है –

1. भर्ती प्रक्रिया में पारदर्शिता की कमी – नवंबर-दिसंबर 2024 में हुई परीक्षा में 4.25 लाख से अधिक अभ्यर्थियों ने भाग लिया था, लेकिन कई जिलों में प्रक्रिया में भारी गड़बड़ियां सामने आई।

2. रात में गुप्त रूप से परीक्षा कराई गई – सरकार के 21 मई 2024 के आदेश के अनुसार शारीरिक परीक्षा के सभी मानकों का पालन किया जाना था, लेकिन कुछ जिलों में गुप्त रूप से रात में परीक्षाएं कराई गई, जिससे मेरिट में हेरफेर किया गया।

3. गलत तरीके से माप और चयन – रायगढ़, बीजापुर और दंतेवाडा समेत कई जिलों में फिजिकल टेस्ट के लिए मान्य मशीनों का उपयोग नहीं किया गया, बल्कि मैनुअल
नापजोख से उम्मीदवारों को पास कर दिया गया।

4. भारी वित्तीय अनियमितता – 10 करोड़ रुपये का भुगतान किया गया, लेकिन चयन प्रक्रिया में अनियमितताओं के चलते यह खर्च संदिग्ध लग रहा है।

5. नियमानुसार टेंडर प्रक्रिया का उल्लंघन – परीक्षा कराने के लिए जो एजेंसी नियुक्त की गई थी, उसने समय पर सही मशीनें उपलब्ध नहीं कराई, जिससे भर्ती प्रक्रिया में भारी गड़बड़ी सामने आई।

ननकी राम कंवर की शिकायत के बाद वन अमले में खलबली मची हुई है और कार्रवाही किये जाने के संकेत भी मिल रहे है चूंकि प्रदेश में अब कांग्रेस की नही जीरो टॉलरेंस वाली विष्णु की सुशासन की सरकार है तो उम्मीद की जा सकती है कि कांग्रेस के एजेंट बने इस अधिकारी की जांच सीबीआई या अन्य जांच एजेंसियों से कराई जा सकती है। सुशासन की सरकार के लिए यह जरूरी है कि वह ऐसे एजेंट अधिकारियो पर गाज गिराकर वह प्रधानमंत्री और गृहमंत्री की जीरो टॉलरेंस की नीति को सफल बना सकती है।

Related Articles

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *