महादेव सट्टा मामले में मोदी-शाह की गारंटी पर पलीता लगाते भाजपा संगठन के पदाधिकारी की कोशिश नाकाम

महादेव सट्टा घोटाले में संलिप्त आईपीएस,नेताओं पर सीबीआई ने कसा शिकंजा , भाजपा संगठन के वरिष्ठ पदाधिकारी की भूमिका चर्चा में

महादेव सट्टा मामले में मोदी-शाह की गारंटी पर पलीता लगाते भाजपा संगठन के पदाधिकारी की कोशिश नाकाम –

महादेव सट्टा घोटाले में संलिप्त आईपीएस,नेताओं पर सीबीआई ने कसा शिकंजा , भाजपा संगठन के वरिष्ठ पदाधिकारी की भूमिका चर्चा मे

रायपुर – छत्तीसगढ़ में विधानसभा चुनाव से पूर्व माहौल सत्तासीन कांग्रेस के पक्ष में नज़र आ रही थी। अधिकतर लोगों का यह मानना था कि कोई प्रदेश में कांग्रेस की सरकार फिर बनेगी। तत्कालीन सरकार और उस सरकार में रहे चंद नौकरशाह भी इसके लिए आश्वस्त थे मगर इन सब के बीच भाजपा की केंद्रीय नेतृत्व अलग ही समीकरण बना रहा था । संगठन की टीम द्वारा तैयार आरोप पत्र, महतारी वंदन योजना और मोदी की गारंटी का जादू भाजपा के लिए संजीवनी का काम किया। इसके बलबूते 2023 के विधानसभा चुनाव में भाजपा को पूर्ण बहुमत मिला । भाजपा सत्ता में आई तो उम्मीद थी कि वह मोदी शाह के सपनों को राज्य सरकार आगे बढ़ाएगी और मोदी की गारन्टी को पूरा करेगी । मगर हुआ क्या एक साल हो गए सत्ता को काबिज हुए वह मोदी की गारंटी ही नहीं वह अपने ही नैतिक मूल्यों को भूलकर आरोप पत्र में नामजद आरोपी अधिकारियों को न सिर्फ संरक्षण देने की कोशिश कि बल्कि उन्हें अभयदान देते हुए उनकी पोस्टिंग की सिफारिश में लग गई । यह पोस्टिंग हो भी जाती मगर उससे पहले सीबीआई की एंट्री ने न सिर्फ दागदार आईपीएस अफसरों के होश उड़ा दिए और सत्ता संगठन के लोगो को अचंभित कर दिया ।

प्रभारी का वरदहस्त –

2023 के चुनाव के समय मोदी-शाह ने एक आरोप पत्र जारी किया था , जिसमे भ्रष्ट आईएएस , आईपीएस , नेता
, मंत्री सभी की बाकायदा फ़ोटो जारी करते हुए कहा गया था कि पांच साल कैसे छत्तीसगढ़ में भूपेश सरकार और उनके नौकरशाहों ने लूट मचाया है। भाजपा आरोप पत्र और मोदी की गारंटी की बदौलत सत्ता में लौटी फिर उसी मोदी की गारंटी को भूलकर वह उन्हें ही संरक्षण देने लगती है जिसपर केंद्रीय नेतृत्व ने खुलेआम आरोप लगाए थे। सूत्रों के मुताबिक आरोप पत्र में जारी नाम आईपीएस आरिफ शेख , अतरिक्त पुलिस अधीक्षक जिनकीं पोस्टिंग सुकमा है उन्हें मैदानी इलाके में पोस्टिंग के लिए एक विशेष राज्य से आने वाले भाजपा संगठन के एक केंद्रीय पदाधिकारी जी तोड़ मेहनत में लगे थे । सूत्र बताते है कि पार्टी भाजपा संगठन के एक केंद्रीय पदाधिकारी ने प्रदेश के मुखिया को निर्देशित लहजे में कहा कि ऊपर का आदेश है जल्दी ही इन दोनों अधिकारियों की पोस्टिंग की जाए । सवाल यह है कि मोदी-शाह के ऊपर पार्टी में कौन है जो संगठन के इतने बड़े पदाधिकारी को निर्देश दे रहा है, जबकि मोदी शाह के दस्तखत के बाद ही आरोप पत्र जारी हुआ था।

पोस्टिंग के पहले ही सीबीआई की एंट्री

भाजपा संगठन के बड़े पदाधिकारी की दबाव फलीभूत होता , उससे पहले ही सीबीआई की एंट्री ने सबके होश उड़ा दिए। यह अफसर भी मदमस्त थे और उसी ढर्रे में चल रहे थे कि सारा सिस्टम मैनेज हो गया । दरअसल भाजपा संगठन और सत्ता दोनों ही जगह ऐसी टीम है जो मोदी-शाह की गारंटी में पलीता लगाने में लगी है । इसका उदारण है कि अभिषेक माहेश्वरी जिनकीं पोस्टिंग बस्तर इलाके में है जो मौखिक आदेश लेकर रायपुर में बैठकर वरिष्ठ अधिकारी और मंत्रियों को “माल” पहुँचा रहे है। इस अधिकारी ने पिछली सरकार में इतना “माल” बना लिया है कि सबकी खुशामदीद कर सकते है । पिछली सरकार में यह अफसर में मुनीम के नाम से मशहूर था । इनका कार्य भी यही था तत्कालीन सरकार और वर्तमान सरकार में भी अब तक यह मुनिमी का कार्य कर रहे थे । यह गाहेबगाहे कहते भी थे इनकी पोस्टिंग का ऑर्डर डायरेक्ट दिल्ली से आने वाला है , पोस्टिंग तो नहीं आई फिलहाल सीबीआई आ गई है ।

सीबीआई की एंट्री से खुलेंगे कई रहस्य

सीबीआई की दबिश ने सियासत ही नही अफसरशाही में भी बड़ा भूचाल ला दिया है । यह प्रदेश के इतिहास में बड़ी कार्यवाही है जिसमे कई आईजी डीआईजी रैंक के अधिकारी संदेह के दायरे में है । सीबीआई की एंट्री से महादेव सट्टा घोटाले की कई परते खुलेंगी कि कैसे एक जुश बेचने वाला लड़का समुंदर पार इतना बड़ा साम्राज्य खड़ा कर लिया। कैसे एक लड़के के इशारे में न सिर्फ प्रदेश की सत्ता बल्कि उनके नौकरशाह भी सट्टे जैसे क्राइम को प्रोटेक्शन देकर बड़ी रकम वसूलते थे।उम्मीद है कि सीबीआई मामले की तह तक जाएगी और निष्पक्ष जांच करेगी।

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