दूधाधारी मठ में मनाया गया अक्षय नवमी का त्यौहार

रायपुर। श्री दूधाधारी मठ में आंवला नवमी का त्यौहार श्रद्धा भक्ति पूर्वक मनाया गया । सुबह 8 बजे श्रद्धालु भक्तजन श्री दूधाधारी मठ से राम नाम संकीर्तन करते हुए मठ मंदिर के समीप स्थित रामबाग के लिए रवाना हुए वहां पहुंचकर आंवला वृक्ष के नीचे विधिवत पूजा अर्चना की गई। आरती संपन्न होने के पश्चात भगवान विष्णु एवं माता लक्ष्मी की आराधना की गई तत्पश्चात सभी श्रद्धालु भक्तों ने भगवान का भोग प्रसाद प्राप्त किया।
आंवला नवमी के संदर्भ में महामंडलेश्वर राजेश्री महन्त रामसुन्दर दास महाराज ने बताया कि- आंवला नवमी को अक्षय नवमी के नाम से भी जाना जाता है। धर्म शास्त्रों के अनुसार इस दिन माता लक्ष्मी ने भगवान श्री हरि एवं भगवान शिव की आराधना पूजन की थी इसलिए इस व्रत का बहुत महत्व है। श्रद्धा भक्ति एवं विश्वास पूर्वक इस व्रत को करने से हरि एवं हर दोनों का आशीर्वाद प्राप्त होता है। माता लक्ष्मी भी प्रसन्न हो जाती है। श्री दूधाधारी मठ में आंवला नवमी का त्यौहार परंपरागत रूप से मनाया जाता है इस वर्ष भी यह पर्व हर्षोल्लास पूर्वक मनाया गया श्रद्धालु भक्तों ने बड़ी संख्या में उपस्थित होकर प्रसाद प्राप्त कर अपना जीवन धन्य बनाया।राजेश्री महन्त जी महाराज ने समस्त प्राणी जगत के कल्याण की कामना की। इस अवसर पर विशेष रूप से विजय पाली, मठ मंदिर के मुख्तियार राम छवि दास जी, देवेंद्र खपरे, पुरानी बस्ती से यदु जी, शर्मा जी, वीरेंद्र वैष्णव, गौरी पटेल, मोहनपुरी गोस्वामी, यश पांडे, परदेसी, पुजारी राम मनोहर दास जी, रामअवतार दास जी, रामदेव दास जी,राजा वैष्णव, हर्ष दुबे ,मीडिया प्रभारी निर्मल दास वैष्णव सहित अनेक गणमान्य नागरिक गण उपस्थित थे।

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