अधिवक्ता विजय मिश्रा PMGSY मुख्य अभियंता केके कटारे की नियुक्ति पर उठाए कई गंभीर सवाल , विस्तृत जांच के लिए मुख्यमंत्री को लिखा पत्र – विजय मिश्रा

अधिवक्ता विजय मिश्रा PMGSY मुख्य अभियंता केके कटारे की नियुक्ति पर उठाए कई गंभीर सवाल , विस्तृत जांच के लिए मुख्यमंत्री को लिखा पत्र – विजय मिश्रा

रायपुर : – अधिवक्ता विजय मिश्रा ने प्रधानमंत्री ग्रामीण सड़क योजना के मुख्य अभियंता केके कटारे की नियुक्ति को लेकर कई गंभीर सवाल उठाते हुए इनकी नियुक्ति की विस्तृत जांच के लिए मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय को पत्र लिखा है पत्र में बिंदुवार यह बताया गया है कि किस तरह केके कटारे की नियुक्ति संदेहास्पद है जिसकी विस्तृत जांच इन्हें पद से पृथक रखकर कराए जाने की आवश्कयता है .

दरअलस अधिवक्ता विजय मिश्रा ने बताया कि के.के. कटारे मुख्य अभियंता प्रधानमंत्री ग्राम सड़क योजना विकास आयुक्त कार्यालय सिविल लाईन रायपुर में पदस्त है . इनका जन्म महाराष्ट्र के तुमसर जिला भंडारा में हुआ है और ये अविभाजित म.प्र. में लोक सेवा आयोग द्वारा वर्ष 1992 में विशेष भर्ती अभियान के तहत अनुसूचित जाति वर्ग में सहायक यंत्री के पद पर चयनित होकर आज मुख्य अभियंता प्रधानमंत्री ग्राम सडक योजना के पद पर छ.ग. में सेवारत है . चूंकि कटारे का जन्म महाराष्ट्र राज्य में हुआ है अतः इनको म.प्र. / छ.ग. मे आरक्षित वर्ग का लाभ विधिक प्रवधानों के तहत नहीं दिया जा सकता .

इतना ही नही इनकी नियुक्ति सहायक यंत्री की पद पर पंचायत एवं ग्रामीण विकास विभाग के आदेश कमांक बी-2-10-92-वि-2-22-स्था. भोपाल दिनांक 31 दिसंबर 1994 (लोक सेवा आयोग चयनित कमांक-02) द्वारा की गई है .
पंचायत एवं ग्रामीण विकास विभाग द्वारा 24 अगस्त 1994 को एक नियुक्ति पत्र जारी किया गया जिसमे 07 उम्मीदवारों को चयनित किया गया था . जिसमे श्री के. के. कटारे का नाम शामिल नही था . ऐसे में सवाल यह उठता है कि जब 7 उम्मीदवारों में श्री कटारे का नाम नही था फिर किस नियम के तहत केके कटारे को उम्मीदवारों में चयनित किया गया जिसकी जांच कराए जाने की जरूरत है .

उल्लेखनीय है कि लोक सेवा आयोग म.प्र. द्वारा 29 मार्च 1994 को रामसागर वर्तमान मुख्य अभियंता ग्रामीण यंत्रिकी सेवा को संबोधित कर यह सुचित किया गया कि एक पद जो कि अ.ज.जा. के लिए आरक्षित का परिणाम रोका गया है . इसलिए मेरिट कमांक मे परिर्वतन हो सकता है विदित हो कि उस रोके गये परिणाम के विरूद्ध अनुसूचित जाति के उम्मीदवार के.के कटारे को चयनित किया गया , इनके द्वारा इस पद पर लगातार 30 वर्षों से शासकीय सेवक में कई पदोंन्नतिया प्राप्त की गई है जो कि गंभीर अनियमितता के साथ साथ विस्तृत जाँच का विषय है .

मामले में अधिवक्ता विजय मिश्रा ने बताया कि उपरोक्त शिकायत के संदर्भ में कई तथ्य है जिससे प्रमाणित होता है कि केके कटारे की नियुक्ति संदेहास्पद है और गंभीर जाँच की परिधि में है जिसके कारण केके कटारे को तत्काल सेवा से पृथक कर नियुक्ति की विस्तृत जाँच कराए जाने की शक्त जरूरत है .

महत्वपूर्ण बात यह है कि उक्त नियुक्ति संबधी दस्तावेजी साक्ष्य प्रमाण के साथ मुख्यमंत्री को पत्र लिखा गया है दस्तावेजी साक्ष्य भी यह बताते है कि केके कटारे की नियुक्ति फर्जी तरीके से कराई गई है मामले में मुख्यमंत्री द्वारा संज्ञान में लिया गया है अब देखना यह है कि मामले में कब तक जांच होती है और दोषी अफसर पर कब तक कार्रवाही होती है .

आपको बता दे उक्त गंभीर मामले को लेकर अधिवक्ता विजय मिश्रा न्यायालय में साक्ष्य और दस्तावेजी प्रमाण के आधार पर न्यायालय से इसकी जांच कराए जाने की पूरी तैयारी में है .

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