एडवोकेट जनरल कनक तिवारी का फेसबुक में छलका दर्द , पढ़े लिखे जानकर को खारिज करना कांग्रेस को पड़ा मंहगा , चांडाल चौकड़ी का नही चला जादू , मंत्री अकबर खान का साम्राज्य पांच साल में कितना फला फुला ,

एडवोकेट जनरल कनक तिवारी का फेसबुक में छलका दर्द , पढ़े लिखे जानकर को खारिज करना कांग्रेस को पड़ा मंहगा , चांडाल चौकड़ी का नही चला जादू , मंत्री अकबर खान का साम्राज्य पांच साल में कितना फला फुला ,
रायपुर : – छत्तीसगढ प्रदेश समेत तीन राज्यो में कांग्रेस का सूपड़ा साफ हो गया है बात करे छत्तीसगढ़ की तो प्रदेश में भाजपा पूर्ण बहुमत से 54 सीटें जीतकर सरकार बनाने जा रही है कल तक जो कांग्रेस सरकार 75 पार का नारा दे रही थी उस कांग्रेस को प्रदेश में 36 सीट भी पाना मुश्किल हो गया ऐसे में इसकी समीक्षा की जानी बेहद जरूरी है चूंकि जो सरकार 2018 में 68 सीटों के साथ पूर्ण बहुमत से सरकार में काबिज हुई आखिर ऐसी कौन सी चूक हुई जिसकी वजह से कांग्रेस को इतनी बड़ी हार का सामना करना पड़ा
इतना ही नही कांग्रेस के कद्दावर कहे जाने वाले 9 मंत्रिमंडल के नेताओ को हार का सामना पड़ा है .
आखिर हार की क्या थी मुख्य वजह : –
जीत की समीक्षा हो न हो लेकिन हार की समीक्षा जरूर की जाती है आखिर क्या वजहे रही होंगी की कांग्रेस इस तरह औंधे मुंह गिर गई जिसकी क्रम वार अगर समीक्षा की जाए तो ऐसे कई कारण रहे है जो हार की वजह बने है मुख्य कारण की अगर बात करे तो यह बात कही छुपी हुई नही है कि किस तरह से कांग्रेस की चांडाल चौकड़ी ने मिलकर एक छत्र राज चलाते हुए पूरे प्रदेश को खोखला करने कुचक्र चलाया है
जिसको लेकर भूपेश शासन के एडवोकेट जनरल रहे हाई कोर्ट के महाधिवक्ता कनक तिवारी ने नाराजगी जाहिर की थी मगर भूपेश की चांडाल चौकड़ी में आखिर कौन किसकी सुनने वाला था सब के सब भ्रष्टाचार में इस कदर लिप्त थे कि इन्हें सिर्फ और सिर्फ सत्ता की मलाई खानी थी जिसका खामियाजा चुनावी परिणामो में जनता ने दिखा दिया
बताते चले कि एडवोकेट जनरल कनक तिवारी जो हाई कोर्ट के महाधिवक्ता है जिनकी ज्ञान और अनुभव की तूती प्रदेश ही नही दिल्ली के 10 जनपद तक चलती थी ऐसे अनुभवी और सीनियर व्यक्ति का अपमान करना कही न कही कांग्रेस को बड़ा नुकसान पहुँचाया है इसी सब को लेकर कनक तिवारी ने पूर्वानुमान लगाते हुए कटिके व्यंगों के साथ परिवर्तन की बात कही थी जो चुनावी परिणामो में सही साबित हुई कनक तिवारी अपनी फेसबुक वाल में सरकार के तानाशाही रवैया और तुगलकी फरमान को लेकर तमाम बातें लिखी है जो उनकी फेसबूक वाल में देखी जा सकती है ऐसे में यह कहना गलत नही होगा कि कांग्रेस सूझ बूझ और पढ़े लिखे जानकारों को हजम नही कर पा रही थी उन्हें तो भ्रष्टाचार में लिप्त चांडालों की चौकड़ी ही चलानी थी और इस चौकड़ी का अतिआत्मविश्वास था जिसकी परिणीति यह तो होनी ही थी .
वन मंत्री मोहम्मद अकबर उत्तरप्रदेश के मोहदा से छत्तीसगढ़ में कैसे फैलाया अपना साम्राज्य : –
भूपेश सरकार में वन मंत्री रहे मोहम्मद अकबर इस चांडाल चौकड़ी के प्रमुख किरदारों में से एक है जो मूलतः उत्तरप्रदेश मोहदा के रहने वाले है आखिर क्या वजह थी कि मोहम्मद अकबर पर भूपेश बघेल इतने मेहरबान थे
कहा जाता है कि मोहम्मद अकबर वह शख्स थे जिन्होंने इन पांच सालों में अन्य देशों के घुसपेटियो को छत्तीसगढ़ में पनाह दी थी जिसका खामियाजा प्रदेश की भोली भाली जनता ने प्रदेश में अराजकता के माहौल में जीने को मजबूर थी प्रदेश की राजधानी और न्यायधानी भी जहाँ सुरक्षित नही थी आये दिन गोली चाकू की घटनाएं जैसे आम बात सी हो गई थी प्रदेश में पूरी तरह से अराजकता का माहौल बना हुआ था लॉयन ऑर्डर इतना बुरा हाल प्रदेश की जनता ने पहले नही देखा था .
मोहम्मद अकबर जो वन मंत्री थे इन्होंने जंगल विभाग मे जमकर भ्रष्टाचार किया जहाँ कैम्पा मत जिसकी स्वीकृति वर्ड बैंक से जारी होती है वहाँ कई करोड़ के घोटाले को अंजाम दिया कैम्पा समेत ESIP योजना , ग्रीन इंडिया मिशन जैसी तमाम केंद्रीय योजनाओं में भी खान साहब ने जमकर धांधली की है जिसका परिणाम यह हुआ कि आज खान साहब कई करोडो के बेनामी संपत्ति के मालिक बन चुके है
सूत्र तो यह भी बताते है कि महादेव सट्टा में भी खान साहब की डारेक्ट दखलअंदाजी थी जिनकी सह पर यह सट्टेबाजार का कारोबार फला फुला और आज इतना बड़ा बना की प्रदेश ही नही बल्कि इंटरनेशनल लेबल का व्यापार खड़ा हो गया है वही चर्चाओं के बाजार में यह भी बात चल रही है कि जल्दी ही खान साहब भी दुबई फरार होने वाले है चूंकि इस पांच साल में खान साहब ने इतना कमाया है कि अब उन्हें दुबई ही नजर आ रहा है डर इस बात का है कि अगर वह यहाँ रह गए तो उन्हें इस भ्रष्टाचार , घोटालों में जेल जाने से कोई नही रोक सकता है .
चांडाल चौकड़ी ने डुबाई लुटिया : –
भूपेश सरकार की चांडाल चौकड़ी जो सरकार बनते ही गठित हो गई थी पांच साल इस चांडाल चौकड़ी ने प्रदेश में जमकर भ्रष्टाचार को पनाह दिया ऐसे कई मामले है जैसे गोबर घोटाला , PSC घोटाला , कोल घोटाला , शराब घोटाला समेत नरुआ घुरुआ बारी जैसी योजनाएं लाकर प्रदेश की सीधी साधी आदिवासी जनता को छलते हुए इसमें भी भ्रष्टाचार का जुगाड़ बना लिया इस चांडाल चौकड़ी में भूपेश के मंत्री समेत छत्तीसगढ़ कैडर के कई IPS और IAS भी शामिल थे जिनकी मिलीभगत करके तमाम योजनाओं के नाम पर सिर्फ लूट की योजना बनाई गई यह प्रभावशील अफसर चुनावी परिणाम के पहले ही विपक्ष में बैठी भाजपा सरकार को साधने में लग गए थे हालांकि इन प्रभावी अफसरों की दाल तो नही गली अब जब भाजपा पूर्ण बहुमत से सरकार में काबिज हो चुकी है तो यह कहना अतिश्योक्ति नही होगी कि जल्द ही इन प्रभावी अफसरों पर भी सरकार शिकंजा कसने की कवायद को शुरू करेगी ताकि इन अफसरों की कारगुजारियों का ठिकरा वर्तमान भाजपा सरकार को न उठाना पड़ जाए जल्द ही इन अफसरों पर भी कार्यवाही किये जाने के संकेत मिल रहे है .