भाजपा कार्यकर्ताओं के साथ हो रही उपेक्षा , 3 साल बाद भी सांसद प्रतिनिधि नही चुने गए भाजपा कार्यकर्ताओं में रोष ,
भाजपा कार्यकर्ताओं के साथ हो रही उपेक्षा , 3 साल बाद भी सांसद प्रतिनिधि नही चुने गए भाजपा कार्यकर्ताओं में रोष
गौरेला – पेण्ड्रा – मरवाही : – आम चुनाव को हुए लगभग तीन साल से ज्यादा समय बीत चुका है और आगामी विधानसभा चुनाव को लेकर भी राजनीतिक सरगर्मियां बढ़ने लगी है . लेकिन आज तीन साल बीत जाने के बाद भी गौरेला-पेण्ड्रा-मरवाही से सांसद प्रतिनिधि नही चुना जाना समझ से परे नजर आता है .
जबकि क्षेत्रीय दल जनता जोगी कांग्रेस विधायक एवं कोरबा लोकसभा सांसद मरवाही विधानसभा में बाकायदा अपने प्रतिनिधियों की नियुक्ति की हुई है .
उल्लेखनीय है कि चुनाव के तीन साल बाद आदिवासी जिले में प्रतिनिधि नही चुना जाना यह क्षेत्र के उपेक्षा है जबकि भाजपा अंतिम पंक्ति के अंतिम व्यक्ति के विकास का दावा करती है तो क्या कारण है कि आज पर्यंत तक इस प्रतिनिधि नही चुना गया . वही भाजपा संघटन दबी जबान में यह आरोप भी लगा रहा है कि जिले का रिमोट बिलासपुर वाले अपने हाथ मे रखना चाहते है ताकि इस आदिवासी अंचल क्षेत्र के कोई राजनीतिक चेहरा उभकरकर ऊपर न आ सके ।
ग़ौरतलब है कि बिलासपुर में बैठे नेता कार्यकर्ताओ को मजबूत करना छोड़ कार्यकर्ताओं में सेंध लगा रहे है जबकि चुनाव में यह कार्यकर्ता ही अपनी महत्ती भूमिका निभाता है बात करे बीते विधानसभा चुनाव 2018 की जिसमे भाजपा को करारी शिकस्त का सामना करना पड़ा था जिसपर कार्यकर्ताओ का अपमान उदासीन रवैया ही मुख्य वजह थी यह बात खुद नेता प्रतिपक्ष धरमलाल कौशिक ने माना था मगर इसके बाद भी आज कार्यकर्ताओ के साथ लेकर चलती नही दिख रही भाजपा इससे यह साफ परिलक्षित होता है 2018 की करारी हार के बाद भाजपा कोप भवन में चली गई है तब तो तीन साल बीत जाने के बाद भी विपक्ष अपनी आवाज तक बुलंद नही कर पा रहा है .
अब देखना यह होगा कि आगामी चुनाव के लिए राष्ट्रीय पार्टी कितना जोराजमाइस करती है बिन कार्यकर्ताओ के कैसे भाजपा फंसे मझदार में अपनी नैया पार लगाती है .