भालूडिग्गी मुठभेड़ में मारे गए 16 नक्सलियों में तीन करोड़ 16 लाख के इनामी 12 नक्सलियों की हुई शिनाख्त

गरियाबंद। भालूडिग्गी में 20-21 जनवरी को हुई मुठभेड़ में लगभग 80 घंटे तक चले इस अभियान में 16 नक्सली मारे गए थे। मारे गए 16 नक्सलियों में से 12 नक्सलियों की शिनाख्त हो गई है, जिस पर कुल तीन करोड़ 16 लाख रुपये का इनाम घोषित था। मारे गए नक्सलियों में नक्सल संगठन के सेंट्रल कमेटी का मेंबर चलपति जिस पर अकेले ही 90 लाख का इनाम घोषित था। इसके अलावा जयराम ऊर्फ गुड्डू इनामी 65 लाख, नुआपड़ा-गरियाबंद-धमतरी डिवीजन कमेटी का प्रमुख सत्यम गावड़े ऊर्फ सुरेन्दर इनामी 65 लाख, आलोक ऊर्फ मुन्ना इनामी 18 लाख, शंकर इनामी 13 लाख, कलमू देवे ऊर्फ कल्ला इनामी 13 लाख, महिला नक्सली मंजू इनामी 13 लाख, महिला नक्सली रिंकी इनामी 13 लाख, सुखराम चलपति ऊर्फ जयराम इनामी तीन लाख, रामे ओयम इनामी तीन लाख, जैनी ऊर्फ मुचाकी इनामी तीन लाख एवं मन्नू इनामी 14 लाख के रूप में शिनाख्तगी की गई है। यह पहला मौका है, जब छत्तीसगढ़ में किसी मुठभेड़ में सेंट्रल कमेटी का सदस्य मारा गया है। चलपति ऊर्फ अप्पा राव गरियाबंद के भालूडिग्गी इलाके से ही तीन राज्यों में नक्सल गतिविधियों को संचालित करता था।
गरियाबंद एसपी निखिल राखेचा ने शुक्रवार को जानकारी देते हुए बताया कि धमतरी गरियाबंद नुआपड़ा डिवीजन कमेटी के 20 से 25 नक्सलियों के साथ विगत कई माह से सेंट्रल कमेटी का मेंबर चलपति इसी इलाके में मौजूद था। इन नक्सलियों के द्वारा पंचायत चुनाव को प्रभावित करने के अलावा सामान्य मासिक बैठक की सूचना एजेंसियों से मिली थी। इसके बाद पुलिस ने नक्सल विरोधी अभियान सेल के साथ रणनीति बनाई। इस अभियान में जिला पुलिस बल के ई-30, एसटीएफ, कोबरा 207, सीआरपीएफ 65 एवं 211 के लगभग 400 जवानों को रवाना किया गया था। उन्होंने बताया कि बेसराझर इलाके से होकर भालूडिग्गी पहाड़ के दक्षिणी क्षेत्र तराई इलाके में नक्सलियों का जमावड़ा था, नक्सलियों ने यहां अपना अस्थाई डेरा बनाया हुआ था। यह इलाका ओडिशा सीमा से 10 किमी की दूरी पर मौजूद है। उन्होंने बताया कि इस अभियान के दौरान जवानों ने 20 से ज्यादा आईईडी भी निष्क्रिय किया है। वहीं एक एके 47 और 17 ऑटोमैटिक राइफल बरामद किए गए हैं। मिले हथियार के मुकाबले शव की संख्या कम है, ऐसे में माना जा रहा है कि कुछ शवों को या घायलों को नक्सली साथ ले गए हैं। गरियाबंद एसपी निखिल राखेचा ने कहा कि मारे गए नक्सलियों की शिनाख्त हो रही है। बचकर भागने में कामयाब रहे नक्सली आत्मसमर्पण करते हैं तो उन्हें सरकार की योजना का लाभ दिया जाएगा। घायल भी हो तो उनका पूरा इलाज पुलिस कराएगी।

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