राजभाषा आयोग के कार्यक्रम में शामिल हुए जिला समन्वयक कवि आशुतोष ,

राजभाषा आयोग के कार्यक्रम में शामिल हुए जिला समन्वयक कवि आशुतोष
पेण्ड्रा : – छत्तीसगढ़ राजभाषा आयोग के जिला समन्वयक एवं क्षेत्र के ख्यातिलब्ध साहित्यकार, कवि आशुतोष आनंद दुबे रायपुर में आयोजित छत्तीसगढ़ राजभाषा आयोग के कार्यालय स्थापना दिवस के कार्यक्रम में सम्मिलित हुए।
उक्त कार्यक्रम के मुख्य अतिथि छत्तीसगढ़ शासन के संस्कृति मंत्री अमरजीत भगत रहे। कार्यक्रम की अध्यक्षता संस्कृत मंडलम् के पूर्व सचिव डॉ सुरेश शर्मा ने की। विशिष्ट अतिथि के रूप में छत्तीसगढ़ के प्रख्यात लोक कवि मीर अली मीर शामिल रहे।
कार्यक्रम का आयोजन छत्तीसगढ़ संस्कृति विभाग एवं छत्तीसगढ़ राजभाषा आयोग के संयुक्त तत्वाधान में संस्कृति भवन रायपुर में संपन्न हुआ। आयोग के सचिव अनिल भतपहरी ने स्वागत उद्बोधन प्रस्तुत किया। कार्यक्रम में छत्तीसगढ़ी भाषा के समृद्धि पर केंद्रित परिचर्चा संगोष्ठी आयोजित थी। इस संगोष्ठी में छत्तीसगढ़ी भाषा के आठवीं अनुसूची में शामिल किए जाने पर आने वाली समस्याएँ, राजकाज में छत्तीसगढ़ी भाषा को बढावा देने तथा पाठ्यक्रम में छत्तीसगढ़ी भाषा को शामिल किए जाने की संभावनाओं पर आगंतुक वक्ताओं ने अपनी बात रखी।
मुख्य वक्ताओं में डॉ बाबूलाल जोशी, कुबेर साहू, डॉ सोमनाथ यादव, डॉ जयभारती चंद्राकर, डॉ चंद्रशेखर सिंह, डॉ कौस्तुभमणि द्विवेदी ने अपनी बात रखी। तत्पश्चात् राज्य के विभिन्न जिला के समन्वयकों ने अपने सुझाव प्रस्तुत किए। जिला गौरेला पेण्ड्रा मरवाही के जिला समन्वयक आशुतोष ने स्वरचित जिला परिचय गीत की कृति संस्कृति मंत्री अमरजीत भगत को भेंट करते हुए जिले की अपार संभावनाओं से उन्हें अवगत कराया।
जिले के सांस्कृतिक उत्थान के साथ ही साहित्य तथा छत्तीसगढ़ी भाषा की संभावनाओं पर प्रकाश डाला। कार्यक्रम के द्वितीय सत्र में छत्तीसगढ़ी क व सम्मेलन का आयोजन हुआ जिसमें प्रदेश भर के कवियों ने अपनी छत्तीसगढी़ रचनाओं का पाठ किया। इसी क्रम में आशुतोष ने भी जिला गीत का गायन कर जिले की महिमा और विशेषताओं से सभी अतिथियों का परिचय कराया। कार्यक्रम में विभिन्न जिलों के समन्वयक सहित प्रदेश भर के साहित्यकार, कवि, भाषाविद् तथा शिक्षाविद् शामिल हुए।