लोक निर्माण विभाग की भर्राशाही , पूर्ण कार्यो की निकाली गई निविदा , सरकार की छवि हो रही धूमिल ,
गौरेला – पेण्ड्रा – मरवाही : – जिले में लोकनिर्माण विभाग की कार्यप्रणाली एक बार फिर सवालों के घेरे में है . जहां निर्माण कार्य पूर्ण हो जाने के चार महीने बाद अब टेंडर निकाले जाने की प्रक्रिया शुरू की गई है .
दरअसल जिले में लोकनिर्माण विभाग ने 22 नवम्बर 2022 को अखबार में निविदा का प्रकाशन कराया . जिसमें करीब 78 लाख की लागत से 7 कामों का जिक्र किया गया उक्त निविदा को पढ़कर ठेकेदार जब पीडब्ल्यूडी कार्यालय पहुंचे तो यहां के बाबुओं और अधिकारियों ने निविदा फार्म देने से ही इंकार कर दिया .
वही जब मामले की पड़ताल की गई तो खुलासा हुआ कि इनमें से कई काम ऐसे है जिनकों जुलाई महीने में ही जिले में वीआईपी के आने के लिये बिना टेंडर के मनमाने तरीके से करा लिया गया था और अब केवल फार्मेल्टी के लिये चार महीने बाद निविदा निकाला जा रहा है ताकि जुलाई महीने में कराये गये कामों का पैसा निकाला जा सके .
आपको बता दे गुरूकुल और केंवची में हेलीपैड मरम्मत और रखरखाव सहित गौरेला और केंवची में रेस्ट हाउस की मरम्मत तक उस वक्त कराना बताया गया और अब टेंडर निकालकर पैसों का बंदरबांट करने की तैयारी है .
हद तो तब हो गयी जब यहां पदस्थ ई . ई और स्टाफ ने कैमरे के सामने तो खुलकर कुछ नहीं कहा पर खुलेआम स्वीकार कर रहे कि काम तो पहले हो चुका और अब केवल खानापूर्ति कर रहे हैं और इसीलिये इसका फार्म किसी को नहीं दिया जावेगा चाहे कोई कितनी भी शिकायत कर ले . अब टेंडर फार्म केवल करीबी ठेकेदारों को देकर कागजों में फर्जीवाड़ा करने की कार्यवाही की जा रही है काम के बाद टेंडर में मनमाना दर लागू होगा जबकि टेंडर के बाद काम कराने से निर्धारित राशि से कम दर पर भी काम हो सकता था पर एक तो फर्जीवाड़ा और दूसरा मनमाना रवैया शासन की सोशल मीडिया में छबि खराब कर ही रहा है वही विभाग में चल रहे घोटालों की पोल खोल रहा है .