बस्तर जिले के कलेक्टर हरीश एस. का प्रधानमंत्री पुरस्कार के लिए हुआ चयन

जगदलपुर। बस्तर जिले के कलेक्टर हरीश एस. का चयन प्रधानमंत्री पुरस्कार के लिए हुआ है, उन्हें सिविल सर्विस डे के अवसर पर प्रधानमंत्री पुरस्कार से नवाजा जाएगा। कलेक्टर हरीश एस को सुकमा जिले के सर्वांगीण विकास के लिए प्राइम मिनिस्टर्स अवार्ड फॉर एक्सीलेंस इन पब्लिक सर्विसेस से नवाजा गया है। इस संबंध में भारत सरकार के कार्मिक, लोक शिकायत तथा पेंशन मंत्रालय के सचिव वी श्रीनिवास ने पत्र जारी कर प्रदेश के मुख्य सचिव के साथ कार्मिक एवं प्रशिक्षण विभाग के सचिव को प्रशंसा पत्र भेजा गया है, जिससे वे अधिकारी के ईआर शीट पर शामिल कर सके। छत्तीसगढ़ कैडर के 2015 बैच के आईएएस हरीश एस. सुकमा जिले के कलेक्टर के रूप में पहला जिला था, वर्तमान में आईएएस हरीश एस. बस्तर जिले के कलेक्टर के रूप में अपनी सेवाएं दे रहे हैं। आईएएस हरीश एस. मूलत: तमिलनाडु के मदुरई जिले के रहने वाले हैं। विदित हो कि भारत सरकार ने देश भर में सिविल सेवकों द्वारा किए गए अनुकरणीय कार्यों को मान्यता देने और पुरस्कृत करने के लिए लोक प्रशासन में उत्कृष्टता के लिए प्रधानमंत्री पुरस्कार प्रदान किया जाता है।
उल्लेखनिय है कि बस्तर जिले के कलेक्टर हरीश एस. तमिलनाडु राज्य के मदुरई के रहने वाले है. उनका जन्म 6 नवंबर 1987 को हुआ है। उनके पिता जल संसाधन विभाग में इंजीनियर थे, हरीश एस की माता निजी अस्पताल में हॉस्पिटल एडमिनिस्ट्रेटर थी, हरीश अपने माता-पिता की इकलौती संतान है। टीवीएस स्कूल मदुरई से 12वीं की पढ़ाई उन्होंने भौतिकी, रसायन और गणित विषयों से उत्तीर्ण की थी। हायर सेकेंडरी के बाद हरीश ने चेन्नई में स्थित कॉलेज आफ इंजीनियरिंग गिंडी से मैन्युफैक्चरिंग ब्रांच से बीटेक की उपाधि प्राप्त की। इंजीनियरिंग करने के बाद हरीश ने कुछ समय तक सॉफ्टवेयर कंपनी व बैंक में अपनी सेवाएं दी। फिर नौकरी छोड़कर यूपीएससी की तैयारी करने लगे, यूपीएससी के अपने पांचवें प्रयास में हरीश एस. ने यूपीएससी क्रैक किया और आईएएस के लिए चुने गए। हरीश एस ने यूपीएससी मुख्य परीक्षा में वैकल्पिक विषय के रूप में मानव विज्ञान विषय चुना था।हरीश एस ने 7 सितंबर 2015 को आईएएस की सर्विस ज्वाइन की। लाल बहादुर प्रशासन अकादमी से प्रशिक्षण पूरा करने के उपरांत फील्ड ट्रेनिंग के लिए उनकी पोस्टिंग बिलासपुर जिले में सहायक कलेक्टर के पद पर हुई। इसके बाद में वे रायगढ़ जिले के खरसिया अनुविभाग में एसडीएम बने, एसडीएम के बाद रायगढ़ के अपर कलेक्टर रहे। खरसिया और रायगढ़ में पोस्टिंग के दौरान भू अधिग्रहण व राजस्व संबंधी काम अच्छे से निपटाया। वर्ष 2018 के विधानसभा चुनाव में शांतिपूर्ण ढंग से चुनावी प्रक्रिया अपनाने में हरिश एस का रायगढ़ में रहते महत्वपूर्ण योगदान रहा। रायगढ़ अपर कलेक्टर के बाद हरीश एस बलरामपुर-रामानुजगंज जिले के जिला पंचायत सीईओ बने। बिलासपुर जिले के जिला पंचायत सीईओ रहे, बतौर कलेक्टर हरीश एस को पहली नियुक्ति सुकमा जिले में मिली थी, इसके बाद दूसरी नियुक्ति बस्तर जिले में कलेक्टर के रूप में हुई, जहां वर्तमान में बस्तर जिले के कलेक्टर के रूप में हरीश एस. अपनी सेवाएं दे रहे हैं।

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