पीएम सूर्यघर मुफ्त योजना से उपभोक्ताओं को मिल रहा है दोहरा लाभ, सौरभ के घर का बिजली बिल हुआ शून्य

जगदलपुर। सौर ऊर्जा से किफायती बिजली पैदा कर घरों को रोशन करने और बिजली बिल में बड़ी राहत के उद्देश्य से पीएम सूर्यघर मुफ्त बिजली योजना में मिल रहे अनुदान से अब सोलर सिस्टम की लागत काफी कम हो गई है। पीएम सूर्यघर बिजली योजना के लिए केंद्र सरकार द्वारा दी जा रही सब्सिडी के साथ अब राज्य सरकार ने भी अनुदान प्रदान करने की घोषणा की है। केंद्र सरकार द्वारा जहां 78 हजार रुपए तक की सब्सिडी दी जा रही है, वहीं राज्य सरकार ने 30 हजार रुपए तक सब्सिडी दे रही है। इससे उपभोक्ताओं को दोहरा लाभ हो रहा है। एक ओर जहां बिजली बिल में राहत मिल रही है वहीं सब्सिडी से सोलर सिस्टम लगाने की लागत भी काफी कम आ रही है।
जगदलपुर के रहने वाले सौरभ मोतीवाला ने अपने घर की छत पर पीएम सूर्यघर मुफ्त बिजली योजना से चार किलोवाट क्षमता का सोलर सयंत्र लगवाया है। इसके एक सप्ताह बाद ही उन्हें अनुदान की राशि सीधे बैंक खाते में जमा की गई। उन्होंने बताया कि पहले उनका औसतन हर माह 1200 से 1500 रुपए तक बिजली बिल आता था। हर महीने इतना बिल परेशानी का कारण था, लेकिन जब से सोलर सिस्टम लगवाया है तब बिल काफी घट गया है। बीते दो महीने से तो बिजली बिल शून्य आया है। उन्होंने बताया कि सोलर प्लेट से पैदा की बिजली से घर का काम तो चल ही रहा है और बची बिजली विद्युत विभाग के ग्रिड में ट्रांसफर करने से बिल में भी छूट मिल रही है।
सौरभ ने कहा कि यह बहुत अच्छी योजना है। यह न केवल विद्युत उपभोक्ताओं को आर्थिक रूप से राहत देती है बल्कि पर्यावरणीय दृष्टिकोण से भी एक स्वच्छ और ऊर्जा का एक स्थायी विकल्प है। उन्होंने ज्यादा से ज्यादा लोगों को इस योजना का लाभ लेने के लिए प्रेरित करते हुए कहा कि यह भविष्य के ऊर्जा जरूरत को पूरा करने के लिए एक अच्छा विकल्प है।
उन्होंने बताया कि देश के प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी की मंशानुरूप गत वर्ष शुरू की गई प्रधानमंत्री सूर्यघर मुफ्त बिजली योजना ने देशभर में एक नई ऊर्जा क्रांति लाई है। इस योजना के तहत् देश के करोड़ों घरों को सौर ऊर्जा द्वारा मुफ्त बिजली उपलब्ध कराने का लक्ष्य रखा गया है। श्री मोतीवाल ने राज्य सरकार द्वारा सब्सिडी दिए जाने के लिए धन्यवाद दिया है।

Related Articles

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *