महादेव सट्टा एप घोटाले के सभी मामले सीबीआई को गए सौंपे, अधिसूचना जारी

रायपुर। राज्य सरकार ने कांग्रेस शासन काल में हुए 15 हजार करोड़ रुपये के महादेव सट्टा एप घोटाले के सभी मामले सीबीआई को सौंप दिया है। उपमुख्यमंत्री व गृहमंत्री विजय शर्मा ने बताया कि इसकी अधिसूचना जारी कर दी गई है और अब सीबीआई अपने हिसाब से जांच और कार्रवाई करेगी। इस मामले में किसी को भी बख्शा नहीं जाएगा। महादेव आनलाइन सट्टा एप के दो प्रमोटर और डायरेक्टर रवि उप्पल और सौरभ चंद्राकर अब तक पकड़ से बाहर हैं जिनकी तलाश लगातार पुलिस कर रही है।
जारी अधिसूचना के मुताबिक दिल्ली विशेष पुलिस स्थापना अधिनियम, 1946 (1946 का अधिनियम 25) की धारा 6 के तहत प्रदत्त शक्तियों का प्रयोग करते हुए, छत्तीसगढ़ राज्य सरकार सहमति देती है धारा 420, 467 के तहत दर्ज अपराध संख्या 06/2024 द्वारा अपराध की जांच और जांच करने के लिए इस विभाग की सम क्रमांकित अधिसूचना 13 फरवरी 2024 के माध्यम से दिल्ली विशेष पुलिस प्रतिष्ठान के सदस्यों को पूरे छत्तीसगढ़ में शक्तियों और क्षेत्राधिकार का विस्तार किया गया। भारतीय दंड संहिता की धारा 468, 471, 201, 120बी और भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम 1988 की धारा 7, 7-ए (2018 में संशोधित), जुआ अधिनियम, 1867 की धारा 4, 7, 8, 11 (जैसा संशोधित) सार्वजनिक जुआ (म.प्र. संशोधन) अधिनियम, 1976 द्वारा, महादेव ऑनलाइन जुआ प्लेटफार्मों और अन्य संबंधित प्लेटफार्मों को संचालित करने और इसमें शामिल होने वाले अपराधियों के खिलाफ, जिला-रायपुर के पुलिस स्टेशन एसीबी / ईओडब्ल्यू पुलिस स्टेशन में दर्ज है।
उल्लेखनीय हैं कि आनलाइन सट्टेबाजी का यह कारोबार छत्तीसगढ़ की भूपेश बघेल सरकार के दौरान अक्टूबर 2022 में प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने महादेव सट्टा एप मामले की जांच शुरू की थी। रायपुर में जनवरी 2024 से अब तक 80 सट्टेबाजों को गिरफ्तार किया जा चुका है। प्रदेशभर में यह आंकड़ा करीब 600 है। छत्तीसगढ़ के अलावा महाराष्ट्र, आंध्रप्रदेश, ओडिशा मध्यप्रदेश, राजस्थान, बिहार झारखंड जैसे दूसरे राज्यों में भी पुलिस ने एफआईआर दर्ज करके कार्रवाई की है। अभी विष्णुदेव साय सरकार ईओडब्ल्यू से जांच करा रही है। अब सीबीआई के हवाले होने पर 15 हजार करोड़ के इस घोटाले में फंसे व्यक्तियों की मुश्किलें बढ़ सकती हैं। मामले में प्रदेश के कई बड़े नेताओं, अधिकारियों और कारोबारियों के नाम दर्ज हैं।









